ठंड के मौसम में हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) करने से शरीर में जमा फैट को जलाने में मदद मिल सकती है।
अपनी तरह का यह पहला अध्ययन जर्नल ऑफ एप्लाइड फिजियोलॉजी में ऑनलाइन प्रकाशित हुआ।
नियमित फिजिकल एक्टिविटी से पोषक तत्वों की खपत में सुधार होता है और रक्त में लिपिड (वसा) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
पिछले अध्ययनों से पता चला था कि शरीर में जमा चर्बी को जलाने के लिए मॉडरेट इंटेंसिटी के निरंतर व्यायाम की तुलना में हाई इंटेंसिटी का छोटे अंतराल वाला प्रशिक्षण बेहतर है।
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साथ ही व्यायाम के दौरान और आराम करते समय आसपास का तापमान भी शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करने में भूमिका निभाता है।
लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि यह तापमान खून में लिपिड स्तर या भोजन के बाद के मेटाबॉलिज्म को अगले दिन कैसे प्रभावित करता है।
शोधकर्ताओं ने क्या पता लगाया
नए अध्ययन में, एक छोटे समूह के थोड़े फिट लेकिन अधिक वजन वाले वयस्कों ने दो उच्च तीव्रता वाले एक्सरसाइज (HIIT) सेशन में भाग लिया।
दोनों सेशन में प्रतिभागियों को साइकिलिंग और स्प्रिंटिंग करनी थी।
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पहले हफ्ते के सेशन में उन्होंने अपने 90% प्रयास द्वारा 10 बार एक मिनट के लिए साइकिल चलाई। फिर स्प्रिंट सेशन किया।
सेशन के अंत में प्रतिभागियों को 90 सेकंड की रिकवरी पीरियड में 30% प्रयास कर धीमी गति से साइकिल चलाने या वाक करने की अनुमति दी गई।
एक अभ्यास सत्र में उनके वातावरण का तापमान लगभग 70 डिग्री फ़ारेनहाइट (लगभग 21 डिग्री सेल्सियस) पर “थर्मोन्यूट्रल” था। थर्मोन्यूट्रल वातावरण हल्का गर्म होता है जो मेटाबोलिक प्रक्रियाओं में बदलाव नहीं करता।
दूसरे सत्र में कमरे का तापमान 32 डिग्री फ़ारेनहाइट (शून्य डिग्री सेल्सियस) था।
शोधकर्ताओं ने दोंनो सत्रों में प्रतिभागियों के त्वचा एवं शरीर के तापमान के साथ उनकी हृदय गति और दोनों जांघ के क्वाड्रिसेप्स मसल में ऑक्सीजन की मात्रा को मापा। ब्लड शुगर, ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का लेवल भी दर्ज किया गया।
ठंडे वातावरण का शरीर की चर्बी पर प्रभाव
प्रत्येक कसरत के बाद, भाग लेने वालों ने सोने से पहले एक प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट युक्त नुट्रिशन बार खाया।
अगली सुबह, अनुसंधान दल ने प्रतिभागियों को हाई फैट वाला ब्रेकफास्ट दिया, जिसके बाद उनके ब्लड सैंपल लिए गए ताकि इंसुलिन, ग्लूकोज और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को मापने के साथ ही लिपिड ऑक्सीडेशन रेट की गणना की जा सके।
शोध दल ने अपने अध्ययन में पाया कि थर्मोन्यूट्रल वातावरण (लगभग 21 डिग्री सेल्सियस) में की गई हाई इंटेसिटी एक्सरसाइज की तुलना में ठंड (शून्य डिग्री सेल्सियस) में की गई हाई इंटेसिटी एक्सरसाइज ने लिपिड ऑक्सीकरण यानि फैट जलाने की प्रक्रिया को 358% तक बढ़ा दिया।
हालांकि, ठंड की स्थिति खत्म होने के बाद, हाई फैट खाने के लंबे समय तक मेटाबोलिक प्रतिक्रियाएं, जिसमे ब्लड शुगर, फैट जलने और ट्राइग्लिसराइड लेवल शामिल है, पर्याप्त रूप से नहीं बदले।
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