Muscle Building Exercise: अगर आपको जिम में एक्सरसाइज करने के लिए कम समय मिलता है तो ज़रा ये ख़बर पढ़िए।
अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो घंटों वज़न उठाने वाली एक्सरसाइज करने की बजाए कम समय की एक्सरसाइज से भी मांसपेशियों (Muscles) को मजबूत किया जा सकता है।
एडिथ कोवन यूनिवर्सिटी की नई स्टडी में वज़न उठाने की अपेक्षा वज़न धीरे-धीरे नीचे करने को मांसपेशियों की ताकत और आकार बढ़ाने में अधिक प्रभावी बताया गया है।
एक्सरसाइज की तकनीकी भाषा में कहें तो वज़न उठाने वाली मांसपेशियों की कन्सेन्ट्रिक (Concentric) अवस्था के मुक़ाबले एक्सेंट्रिक (Eccentric) अवस्था ज़्यादा असरदार पाई गई है।
- Advertisement -
जापान और ब्राजील की यूनिवर्सिटियों के एक्सपर्ट्स को शामिल कर हुई रिसर्च में, तीन अलग-अलग प्रकार की डंबल एक्सरसाइज के परिणामों को जाना गया है।
पता चला है कि डंबल को एक्सेंट्रिक स्थिति में तीन सेकंड के लिए नीचे करने वालों की मांसपेशियों पर कम रेपेटिशन के बावजूद कन्सेन्ट्रिक और एक्सेंट्रिक स्थिति के ज़्यादा रेपेटिशन करने वालों जितना ही प्रभाव पड़ा।
दूसरे शब्दों में, वज़न उठाने और नीचे करने वाली एक्सरसाइज देर तक करने की अपेक्षा थोड़े समय में केवल वज़न को नीचे करने वाली एक्सरसाइज से ही मांसपेशियों की ताकत और आकार में वृद्धि संभव पाई गई है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय में, वज़न को उठाने की तुलना में वज़न को नीचे ले जाना की क्रिया मांसपेशियों के लिए ज़्यादा चुनौतीपूर्ण होती है।
देखा भी गया है कि इस तरह से वज़न उठाने वालों के मांसपेशियों की मोटाई (7.2%), ज़्यादा बार वज़न उठाने और नीचे करने वालों (5.4%) की तुलना में अधिक थी।
- Advertisement -
नतीजों से उत्साहित विशेषज्ञों ने मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने में कम रेपेटिशन की एक्सेंट्रिक (Eccentric) अवस्था वाली एक्सरसाइज को असरदार और समय बचाने वाला बताया है।
उनकी यह स्टडी यूरोपियन जर्नल ऑफ एप्लाइड फिजियोलॉजी में प्रकाशित हुई थी।