नए शोध से पता चला है कि एक हाथ की ट्रेनिंग करने से भी हमारी ताकत में सुधार हो सकता है और दूसरे हाथ को हिलाए बिना भी मांसपेशियों की हानि (muscle loss) को कम किया जा सकता है।
इस निष्कर्ष से मांसपेशियों का क्षय (muscle wastage) और कमजोरी दूर करने में मदद मिल सकती है जो अक्सर एक स्थिर हाथ (immobilised arm) में अनुभव किया जाता है, जैसे कि चोट लगने के बाद।
शोधकर्तों ने क्या पता लगाया
पिछले शोधों से पता चला है कि एक्सेंट्रिक एक्सरसाइज मासपेशियों को बड़ा करने (hypertrophy) में कॉन्सेंट्रिक एक्सरसाइज के मुकाबले ज्यादा प्रभावी है। कॉन्सेंट्रिक एक्सरसाइज में मासपेशिया की लम्बाई छोटी होती है जैसे डंबल को उठाना या सीढ़ियों से ऊपर चढ़ना। एक्सेंट्रिक एक्सरसाइज (eccentric exercises) में कांट्रेक्टिंग मसल (contracting muscle) की लम्बाई बढ़ती है, जैसे कि बाइसप कर्ल (bicep curl) में डंबल को नीचे लाना, धीरे-धीरे कुर्सी पर बैठना या नीचे की ओर चलना।
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“मुझे लगता है कि शोध के ऐसे निष्कर्ष से हम उन लोगों के पुनर्वास (rehabilitation) के तरीके को बदल सकते हैं जिन्होंने अस्थायी तौर से एक हाथ या एक पैर का उपयोग खो दिया है,” ये कहना था प्रोफेसर केन नोसाका का जो एडिथ कोवान विश्वविद्यालय में मेडिकल और हेल्थ साइंस के प्रोफेसर है और इस अंतरराष्ट्रीय शोध का हिस्सा थे।
“पुनर्वास (rehabilitation) शुरू करने और बिना चोट लगे अंग में व्यायाम करने से, हम दूसरे अंग में हुई मांसपेशियों की क्षति (muscle damage) को रोक सकते हैं और इसे बिल्कुल भी हिलाए बिना ताकत का निर्माण कर सकते हैं।”
इसके लिए हुए अध्ययन में 30 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था, जिनका एक हाथ चार सप्ताह के लिए प्रतिदिन कम से कम आठ घंटे के लिए स्थिर (immobilised) था। समूह को तब तीन भागों में विभाजित किया गया, जिसमें कुछ व्यायाम नहीं कर रहे थे, कुछ पूरा व्यायाम (eccentric and concentric exercise) कर रहे थे और शेष केवल धीरे धीरे मासपेशियों को वजन से नीचे ले जा रहे थे (eccentric exercise)।
प्रोफेसर नोसाका ने कहा कि जिस समूह ने भारी डंबल से अपने एक्टिव हाथ की केवल एक्सेंट्रिक एक्सरसाइज (eccentric exercises) की, उनकी बाहों की ताकत में वृद्धि और मांसपेशियों के ऊतकों में कमी (muscle atrophy) कम देखी गई।
“जिन प्रतिभागियों ने एक्सेंट्रिक एक्सरसाइज की थी उनकी दोनों बाहों की ताकत में सबसे बड़ी वृद्धि हुई! इस समूह में उनके स्थिर हाथ में सिर्फ दो प्रतिशत मांसपेशियों का क्षय (muscle wastage) हुआ था, उनकी तुलना में जिन लोगों ने व्यायाम नहीं किया था। व्यायाम नहीं करने वालों की 28 प्रतिशत मांसपेशियों का नुकसान हुआ था। इसका मतलब है कि जो लोग किसी कारणवश व्यायाम नहीं करते हैं, उन्हें उन सभी मांसपेशियों और ताकत को फिर से हासिल करना होगा।”
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खिलाडियों के लिए फायदेमंद है ये शोध
प्रोफेसर नोसाका ने कहा, “भविष्य में, हम यह देखने की उम्मीद करते हैं कि कैसे एक्सेंट्रिक एक्सरसाइज मोटर फ़ंक्शन, मूवमेंट और ठीक मांसपेशियों के नियंत्रण को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। ऐसा करने से विशेष रूप से स्ट्रोक (stroke) और पुनर्वास रोगियों (rehabilitation patients) के लिए महत्वपूर्ण है।”
प्रोफेसर नोसाका ने यह भी कहा कि इस प्रकार का प्रशिक्षण खिलाडियों के लिए उपयोगी है जो चोट लगने के बाद जल्दी ठीक होने प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।