Exercise for gut microbiota: हमारी आंतों में अरबों सूक्ष्म जीव रहते है। इनका काम शरीर को स्वस्थ रखना और बीमारियों को रोकना है।
एक हालिया स्टडी ने एक्सरसाइज (Exercise) को इन स्वास्थ्य रक्षक बैक्टीरिया के लिए भी फ़ायदेमंद पाया है।
कनाडा की कैलगरी यूनिवर्सिटी ने गट माइक्रोबायोम (Gut microbiome) को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन 30 मिनट तक की एक्सरसाइज ज़रूरी कही है।
ग़ौरतलब है कि एक्सरसाइज से मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत रहती है। साथ ही रोगों से बचाव और बढ़ती उम्र धीमी करनी भी संभव है।
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लेकिन एक्सरसाइज आंत के सूक्ष्म जीवों की संरचना और गतिविधि में सकारात्मक बदलाव भी ला सकती है।
खिलाड़ियों के माइक्रोबायोम सामान्य मनुष्यों से भिन्न होते है। ऐसा उनके एक्टिव रहने और स्वस्थ खान-पान के चलते देखा गया है।
तो क्या एक्सरसाइज सामान्य मनुष्यों के आंत माइक्रोबायोम को भी बेहतर कर सकती है?
इसकी खोज के लिए यूनिवर्सिटी विशेषज्ञों ने सामान्य और अधिक वज़न वाले 350 इंसानों की जाँच की।
40 से 65 वर्ष के उन इंसानों की आंत में रहने वाले अरबों बैक्टीरिया पर एक्सरसाइज का प्रभाव देखा गया।
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स्टडी में शामिल पुरुषों और महिलाओं पर एक्सरसाइज करने से पड़ा असर हैरान करने वाला था।
प्रति सप्ताह 30 मिनट से कम एक्सरसाइज करने वालों की तुलना में ज़्यादा करने वालों के माइक्रोबायोम की समृद्धि और विविधता दोनों में वृद्धि थी।
इसके अलावा, अधिक वज़न वालों की अपेक्षा सामान्य वज़न वालों के बैक्टीरिया को देर तक एक्सरसाइज करने से ज़्यादा लाभ हुआ।
इसका कारण अज्ञात रहा लेकिन विशेषज्ञों की राय में ख़राब आहार आंत बैक्टीरिया को कमज़ोर कर देता है।
इस कारण एक्सरसाइज से स्वस्थ इंसानों की अपेक्षा मोटे या बीमार लोगों के आंत बैक्टीरिया को ठीक होने में समय लगता है।
FASEB जर्नल में प्रकाशित नतीजों में आंत माइक्रोबायोम की बेहतरी के लिए एक्सरसाइज के अलावा वज़न कंट्रोल करना भी ज़रूरी कहा गया।