हृदय रोग के खतरे को कम करने में व्यायाम (exercise) से मिलने वाले फायदों की कोई सीमा नहीं है।
ऐसा ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नेतृत्व में 90,000 से अधिक प्रतिभागियों पर हुए एक नए अध्ययन से पता चला है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हृदय रोग विश्व में होने वाली ज्यादा मौतों का प्रमुख कारण है जिससे सालाना लगभग 17.9 मिलियन जीवन प्रभावित होते है।
नुफफील्ड डिपार्टमेंट ऑफ पापुलेशन हेल्थ (एनडीपीएच) के शोधकर्ताओं ने एक बड़े अध्ययन में उस सीमा को सटीक रूप से निर्धारित किया है जिसमे फिजिकल एक्टिविटी (physical activity) हृदय रोग के खतरे को कम करती है।
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यह पाया गया कि शारीरिक गतिविधि न केवल हृदय रोग के विकास के कम जोखिम से जुड़ी थी, बल्कि सबसे अधिक लाभ उन लोगों में देखा गया जो सबसे ज्यादा सक्रिय रहते थे।
महिलाओं को कड़ी एक्सरसाइज से ज्यादा फायदा
अध्ययन में इंग्लैंड और आस-पास के राज्यों के 90,000 से अधिक स्वस्थ प्रतिभागियों ने भाग लिया। साल 2013 से 2015 तक की अवधि में उन्होंने एक्सेलेरोमीटर पहनकर एक हफ्ते में शारीरिक गतिविधि की।
इन प्रतिभागियों को पांच साल तक के लिए फॉलो किया गया। शोधकर्ताओं ने इनकी हृदय रोग के कारण पहली बार अस्पताल में भर्ती होने या मौत होने की संख्या दर्ज की।
पांच साल की अवधि में, 3,617 प्रतिभागियों में हृदय रोग (3,305 गैर-घातक और 312 घातक) देखा गया। इसमें 2,220 पुरुष और 1,397 महिलाएं शामिल थीं।
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शोधकर्ताओं ने फिजिकल एक्टिविटी से हृदय रोग के खिलाफ हुए सुरक्षात्मक प्रभाव को इस प्रकार दर्ज किया:
- सभी फिजिकल एक्टिविटी करने वालों में 48% -57% तक।
- मध्यम से तीव्र फिजिकल एक्टिविटी करने वालों में 49%-59% तक।
- जोरदार से तीव्र फिजिकल एक्टिविटी करने वालों में 54%-63% तक।
ये परिणाम फिजिकल एक्टिविटी करने वाले सभी पुरुषों और महिलाओं में समान थे, लेकिन महिलाओं को कड़ी एक्सरसाइज करने से ज्यादा फायदा हुआ।
अध्ययन के जांचकर्ताओं का कहना है कि किसी भी स्तर पर अधिक व्यायाम बेहतर है।
निष्कर्ष शारीरिक गतिविधि पर डब्ल्यूएचओ के नए दिशानिर्देशों को सही ठहराते है जिसमे सभी वयस्कों को प्रति सप्ताह कम से कम 150 से 300 मिनट की मध्यम से जोरदार एरोबिक एक्टिविटी की सलाह दी गयी है।
हालाँकि, ज्यादा व्यायाम करने वाले लोगों में धूम्रपान नहीं करने, एक स्वस्थ बीएमआई और कम शराब पीने की भी आदत थी। फिर भी ये परिणाम दर्शाते हैं कि अकेले व्यायाम से ही हृदय रोग के खतरे को कम करने पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। Also Read: दिल व फेफड़ों की सेहत के लिए ऐसे करें एक्सरसाइज