Exercise associated genes: एक जैसी एक्सरसाइज करने पर भी सभी को एक समान लाभ नहीं मिल सकते, ये कहना है वैज्ञानिकों का।
उनकी रिसर्च में शरीर की एक्सरसाइज के प्रति होने वाली प्रतिक्रिया में जीन (Gene) की महत्वपूर्ण भूमिका बताई गई है।
रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कई विशिष्ट जीनों की भी पहचान की है, जो विभिन्न प्रकार की शारीरिक गतिविधियों के परिणामों को प्रभावित करते है।
पीएलओएस वन पत्रिका में प्रकाशित यह रिसर्च, इंग्लैंड की एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी के कैम्ब्रिज सेंटर फॉर स्पोर्ट एंड एक्सरसाइज साइंसेज के विशेषज्ञों ने की है।
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नतीजे बताते है कि आनुवंशिक कारणों से इंसानों के बीच एक ही तरह की एक्सरसाइज से मिलने वाले परिणामों में 72 प्रतिशत तक का अंतर हो सकता है।
इसके लिए, वैज्ञानिकों ने पहले कभी एक्सरसाइज नहीं करने वाले 18 से 55 वर्ष की आयु के तीन हजार वयस्कों से मिले नतीजों का विश्लेषण किया।
उनकी फिटनेस, स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों जैसे मसल स्ट्रेंथ (Muscle strength), कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस (Cardiovascular fitness) और एनारोबिक पावर (Anaerobic power) को मापा गया।
सभी प्रतिभागियों में एक्सरसाइज ट्रेनिंग के बाद सुधार दिखाई दिया, लेकिन एक ही जैसी एक्सरसाइज करते हुए भी अलग-अलग डिग्री तक।
24 अलग-अलग अध्ययनों के रिकॉर्ड जांचने पर वैज्ञानिकों ने पाया कि मांसपेशियों की ताकत में सुधार के लिए बनाए गए समान अभ्यासों के बाद भी आनुवंशिक अंतर लोगों के परिणामों में 72 प्रतिशत तक भिन्नता के लिए जिम्मेदार थे।
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आनुवंशिक विविधताओं के कारण कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस में 44 प्रतिशत और एनारोबिक पावर में 10 प्रतिशत तक का अंतर दर्ज किया गया। बाकी अंतर, डाइट, न्यूट्रिशन, रिकवरी और चोटों से प्रभावित हुए।
रिसर्च में बताया गया है कि प्रत्येक जीन में मौजूद अलग तरह के जीन वैरिएंट (Gene variant) के कारण ही हमारा शरीर एक ही तरह के अभ्यास के बावजूद अलग-अलग प्रतिक्रिया देता है।
13 जीनों और उनसे संबंधित जीन वैरिएंट की पहचान इस बात के पक्के सबूत देते है कि इंसानी शरीर समान एक्सरसाइज करने पर भी एक ही तरह की प्रतिक्रिया नहीं करता है।
ऐसे में वैज्ञानिकों का सुझाव है कि जीन परीक्षण के बाद एक्सरसाइज करवाने पर सामान्य जन से लेकर मरीजों और खिलाड़ियों तक को फायदा हो सकता है।
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