एक नई स्टडी ने अल्जाइमर (Alzheimer’s disease) यानी ‘भूलने की बीमारी’ में कमी लाने का आसान उपाय बताया है।
स्टडी करने वाले यूएस रिसर्चर्स ने सांस लेने की एक्सरसाइज (Breathing exercise) से समस्या में सुधार का दावा किया है।
केवल 20 मिनट सांस लेने की एक्सरसाइज से युवा और बुजुर्ग खून में अल्जाइमर के प्रोटीन घटा सकते है।
- Advertisement -
यह स्टडी 108 पुरुषों और महिलाओं पर हुई थी। स्टडी में आधे युवा (18 से 30 वर्ष) और आधे वृद्ध (55 से 80) थे।
एक्सरसाइज करने से सभी के अमाइलॉइड बीटा प्रोटीन स्तरों पर समान रक्षात्मक प्रभाव देखे गए।
बता दें कि अमाइलॉइड बीटा प्रोटीन की अधिकता अल्जाइमर रोग का प्रमुख कारण मानी जाती है।
एक्सरसाइज में पाँच तक गिनते हुए धीरे-धीरे गहरी सांस लेना और दोबारा गिनते हुए छोड़ना शामिल था।
ऐसा चार हफ़्ते तक दिन में दो बार 20 मिनट करने से अल्जाइमर प्रोटीन में गिरावट जानी गई।
- Advertisement -
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की यह नवीन स्टडी साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित हुई थी।
स्टडी वैज्ञानिकों के अनुसार, सांस लेने से हमारी हृदय गति (Heart rate) में उतार-चढ़ाव होता है।
यह क्रिया हमारे नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है, जिससे दिमाग घातक प्रोटीन हटाने लगता है।
लेकिन जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती हैं, हृदय गति में उतार-चढ़ाव कम होते जाते है।
नतीजन दिमाग में अमाइलॉइड बीटा बढ़ता है, निकासी कम होती है और अल्जाइमर में वृद्धि संभव है।
धीमी गति से गहरी सांस लेने के अभ्यास द्वारा ह्रदय गति में बदलाव लाया जा सकता है।
इससे दिमाग तक ज़्यादा खून और ऑक्सीजन पहुंचने से अमाइलॉइड बीटा पेप्टाइड्स लेवल घट सकता है।