Yoga Health Benefits: फिटनेस प्रेमी अपने वर्कआउट में योग शामिल करके दिल सहित संपूर्ण स्वास्थ्य को सुधार सकते है।
ये कहना है कनाडा की एक नई स्टडी का, जिसमें एक्सरसाइज (Exercise) के बाद योग अभ्यास को स्ट्रेचिंग (Stretching) के मुक़ाबले अधिक स्वास्थ्यवर्धक पाया गया है।
कैनेडियन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में छपी स्टडी में, स्ट्रेचिंग के बजाए योग करने से सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और रेस्टिंग हार्ट रेट बेहतर देखे गए।
साथ ही, एरोबिक एक्सरसाइज के बाद योगाभ्यास करने वालों में अगले 10 सालों तक कार्डियोवैस्कुलर रोग का ख़तरा भी घट गया।
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तीन महीनों तक चली इस स्टडी में, हाइपरटेंशन (Hypertension) और मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome) के 60 मरीज़ों को भर्ती किया गया था।
इसका मुख्य उद्देश्य रोज़ाना की एक्सरसाइज में योग को शामिल करने से हृदय संबंधी समस्याओं पर पड़ने वाले असर को जानना था।
स्टडी के दौरान, कुछ मरीज़ों ने एक हफ्ते तक 30 मिनट की एरोबिक ट्रेनिंग के बाद या तो 15 मिनट स्ट्रेचिंग की या योगाभ्यास किया।
तीन महीने बाद, सभी मरीज़ों के सिस्टोलिक एवं डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर, औसत आर्टरी ब्लड प्रेशर तथा हार्ट रेट में कमी देखी गई।
हालांकि, स्ट्रेचिंग करने से सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर में हुई 4 mmHg की कमी, योग करने से 10 mmHg तक घटी हुई मिली।
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योग से रेस्टिंग हार्ट रेट और रेनॉल्ड रिस्क स्कोर द्वारा जाना गया 10 साल का कार्डियोवैस्कुलर रिस्क भी कम होते मिला।
योग से हाई बीपी के रोगियों को लाभ मिलना तो तय पाया गया, लेकिन इस सकारात्मक प्रभाव के पीछे छिपा कारण समझा नहीं जा सका।
बहरहाल, हाइपरटेंशन के मरीजों में कार्डियोवैस्कुलर रोग घटाने सहित बीपी कंट्रोल करने में एक्सरसाइज और योग का मेल लाभकारी ही समझिए।