Exercise for healthy heart: एक्सरसाइज से दिल पर बेहतर असर पड़ता है। यहां तक कि बुजुर्ग भी थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करके हृदय स्वास्थ्य सुधार सकते है।
इस बाबत एक स्टडी ने रोज़ाना 20 मिनट की एक्सरसाइज करने से बुढ़ापे में दिल की कई समस्याओं का प्रकोप घटने की संभावना बताई है।
इटली के प्रमुख विश्वविद्यालयों के एक्सपर्ट्स ने किसी भी तरह की नियमित एक्टिविटी को हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर बताया है, बशर्ते देर की बजाए जल्द शुरू की जाए तो।
उनकी स्टडी में 70 से 85 वर्षीय बुजुर्गों द्वारा कम या ज्यादा तीव्रता की 20 मिनट वाली एक्सरसाइज से हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक और अन्य प्रमुख हृदय रोगों को दूर करने की जानकारी दी गई है।
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यह जानकारी हार्ट जर्नल में ऑनलाइन प्रकाशित भी हुई है।
नतीजे बताते है कि हमारे शरीर को किसी भी उम्र में एक्सरसाइज करने से जबरदस्त फायदा होता है। इसलिए, ज्यादा लाभ के लिए कम उम्र से ही एक्सरसाइज को अपना लेना चाहिए।
एक्सरसाइज करने से कार्डियोवैस्कुलर बीमारी का जोखिम कम होता है, लेकिन एक्सरसाइज करने से बुढ़ापे में भी हृदय रोग दूर करने में मदद मिलती है, ऐसा वर्तमान स्टडी ने बताया है।
स्टडी में 65 वर्ष से ऊपर के तीन हजार से ज्यादा बुजुर्ग इटालियन का स्वास्थ्य रिकॉर्ड देखा गया था। जनवरी 1997 से दिसंबर 2018 तक उनके जीवन, कार्यों, खान-पान और मृत्यु की जांच की गई।
स्टडी की शुरुआत में, पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ऑस्टियोआर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस और क्रोनिक किडनी रोग की समस्या ज्यादा थी, जबकि क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और डायबिटीज की समस्या पुरुषों में अधिक आम थी।
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दिसंबर 2018 के अंत तक सभी प्रतिभागियों के स्वास्थ्य को अस्पताल से छुट्टी के रिकॉर्ड और मृत्यु प्रमाणीकरण के माध्यम से ट्रैक किया गया था।
अंतिम विश्लेषण में पूरे डाटा के साथ 2754 बुजुर्गों को देखा गया, जिनमें 1398 महिलाएं थीं।
देखा गया कि वृद्धावस्था में एक सक्रिय जीवनशैली बनाए रखने से पुरुषों और महिलाओं दोनों को हृदय रोग और मृत्यु का जोखिम कम हुआ था।
इनमें भी कोरोनरी हार्ट डिजीज और हार्ट फेलियर के नए मामलों में सबसे बड़ी कमी मिली। हालांकि, उनकी एक्टिविटी और स्ट्रोक के बीच कोई महत्वपूर्ण संबंध नहीं मिला।
रोजाना 20 से 40 मिनट तक ज्यादा शारीरिक गतिविधि करने वाले बुजुर्गों में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा, कम एक्टिव बुजुर्गों की अपेक्षा 52 प्रतिशत तक घटा हुआ था।
यह लाभ 70 वर्ष की आयु में अधिक, 75 वर्ष की आयु में मामूली, और 80 से 85 वर्ष की आयु में नहीं था। यह सुधार महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ज्यादा पाया गया।
इससे पता चला कि बुढ़ापा आने से पहले ही एक्टिव रहने पर हृदय स्वास्थ्य में सुधार सबसे अधिक हो सकता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, एक्सरसाइज करने से खून के प्रवाह में सुधार आता है। फलस्वरूप, हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्लूकोज, कोलेस्ट्रॉल, रक्त के थक्कों, प्लाक बनने आदि को कम करके सुधारा जा सकता है।