Exercise in Colorectal Cancer: नियमित एक्सरसाइज कोलोरेक्टल कैंसर रोगियों के जीवनकाल को बढ़ा सकती है, ऐसा एक हालिया स्टडी का कहना है।
यूएस वैज्ञानिकों ने कैंसर रोगियों के आंत माइक्रोबायोम (Gut microbiome) पर एक्सरसाइज के स्वास्थ्यप्रद प्रभावों को देखने के बाद यह जानकारी दी है।
आंत माइक्रोबायम शरीर के बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्म जीवों के संग्रह का सबसे बड़ा हिस्सा है।
किसी मनुष्य का स्वास्थ्य बनाने या बिगाड़ने में इनका अत्यधिक योगदान रहता है।
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एक्सरसाइज को मोटे कैंसर रोगियों के लिए भी फायदेमंद पाया गया है। ऐसी लोगों में आमतौर पर कम स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम होता है।
कैंसर अनुसंधान से संबंधित अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक टीम की यह खोज, हाल ही में अमेरिकन जर्नल ऑफ कैंसर रिसर्च में प्रकाशित हुई है।
टीम के अनुसार, एक एक्टिव मरीज में कोलोरेक्टल कैंसर को बढ़ावा देने वाले बैक्टीरिया की कमी और बचावकारी बैक्टीरिया की अधिकता होती है।
निष्कर्षों से पता चला है कि रोज़ाना लगभग 20 मिनट तेज चलने या हल्की जॉगिंग करने से भी कोलोरेक्टल कैंसर में कमी आ सकती है।
इस कैंसर में सूजन की एक अहम भूमिका जानी गई है। यह सूजन सुस्त, अधिक वज़न और मोटापे से ग्रस्त लोगों में आम है।
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एक्सरसाइज सभी कोलोरेक्टल कैंसर रोगियों की सूजन कम करने, पेट का स्वास्थ्य सुधारने और लंबे समय तक जीवित रहने में मदद कर सकती है।
टीम की मानें तो बढ़े हुए वज़न या मोटापे के घटते ही सूजन का स्तर गिरंने लगता है जिससे कैंसर रोगियों में मौत का जोखिम कम हो जाता है।
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