फैटी लीवर (Fatty liver) के मरीज़ों को हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) से रोग में राहत मिल सकती है।
HIIT को कम समय में ज़्यादा ताक़त लगाकर करने से कई स्वास्थ्य लाभ बताए गए है।
ऐसी एक्सरसाइज से फैटी लीवर वालो के दिल और लिवर स्वास्थ्य में भी सुधार की जानकारी है।
यह जानकारी ऑस्ट्रेलिया, नॉर्वे और स्विट्ज़रलैंड की यूनिवर्सिटीज़ के रिसर्चर्स द्वारा दी गई है।
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इस बारे में उन्होंने जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड ट्रांसलेशनल हेपेटोलॉजी में सूचित किया है।
बता दें कि नॉन अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (Steatohepatitis) का कारण अज्ञात है। पीड़ितों के लिवर में फैट जमने लगता है।
संबंधित कारणों में मोटापा, गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी, हाई कोलेस्ट्रॉल और टाइप 2 डायबिटीज शामिल हैं।
कोई निश्चित इलाज न होने से पीड़ितों को बचाव के लिए एक्सरसाइज और डाइट का ही सहारा है। .
फैटी लीवर से दुनिया में लगभग 25% लोगों पीड़ित है, लेकिन केवल 20% ही एक्सरसाइज कर पाते है।
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जानकारों के अनुसार, पीड़ितों को अक्सर थकान, खराब नींद और शारीरिक दर्द की शिकायत रहती है।
ऐसे में उनके लिए दैनिक जीवन की गतिविधियां करने की क्षमता भी कम हो सकती है।
उपरोक्त कारणों से उनके लिए नियमित एक्सरसाइज में रूचि और समय देना कठिन हो जाता है।
लेकिन रिसर्चर्स ने फैटी लीवर वालों के लिए कम समय की ज़ोरदार HIIT को एक लाभकारी उपाय पाया है।
उन्होंने 12-सप्ताह चली स्टडी में हफ्ते के तीन दिन एक एक्सरसाइज एक्सपर्ट की देख-रेख में HIIT की थी।
12 रोगियों द्वारा की गई कम समय की HIIT उनके मैक्सिमम हार्ट रेट के 85 से 95% पर आधारित थी।
एक्सरसाइज ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद सभी मरीज़ों ने शारीरिक रूप से राहत और प्रसन्नता का अनुभव किया।
लेकिन रिसर्चर्स ने फैटी लीवर पीड़ितों को कोई भी HIIT शुरू करने से पहले एक योग्य एक्सपर्ट की सहायता ज़रूरी कही है।