Artificial Sweeteners: आर्टिफिशियल स्वीटनर्स को चीनी (Sugar) का स्वस्थ विकल्प मानने वालों के लिए एक बुरी ख़बर है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) ने एक बयान में नॉन-शुगर स्वीटनर्स (NSS) स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कहे है।
संगठन ने कहा कि बाज़ार के आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से वजन कम (Weight loss) नहीं होता है, बल्कि स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती है।
सोमवार को जारी बयान में, संगठन ने वजन कंट्रोल या लाइफस्टाइल रोगों में सुधार संबंधी स्वीटनर्स की भूमिका संदेहास्पद कही है।
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यह नवीन जानकारी उपलब्ध साक्ष्यों की एक व्यवस्थित समीक्षा के निष्कर्षों पर आधारित बताई गई है।
निष्कर्षों में स्वीटनर्स का उपयोग बड़ों या बच्चों के शरीर की चर्बी घटाने में लाभकारी नहीं मिला है।
320 से अधिक स्टडीज़ की समीक्षा में, स्वीटनर्स के लंबे उपयोग से टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम्स और अन्य रोगों की संभावना है।
प्राप्त जानकारी के बाद संगठन ने आर्टिफिशियल स्वीटनर्स को एक पोषक तत्व मानने से भी इंकार किया है।
इन स्वीटनर्स में इस्सेल्फेम के, एस्पार्टेम, एडवांटेम, साइक्लेमेट्स, नियोटेम, सैकरीन, सुक्रालोज, स्टेविया आदि शामिल हैं।
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हालांकि, ये नतीजे स्वीटनर्स युक्त टूथपेस्ट, स्किन क्रीम, दवाएं, या रोगियों के लिए बने कम कैलोरी के मीठे पर लागू नहीं होते है।
शुरुआत से ही संगठन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बड़ों और बच्चों को आहार में नमक एवं चीनी की मात्रा सीमित रखने की सलाह है।
रिपोर्ट के बाद विशेषज्ञों ने अधिक वजन, मोटापा और दांतों की सड़न रोकने में चीनी खपत कुल दैनिक ऊर्जा सेवन के 10% से कम कही है।
स्वीटनर्स पर आई डब्ल्यूएचओ की नई गाइडलाइन स्वस्थ भोजन और निरोगी आदतों को प्रोत्साहित करने वाले प्रयासों का हिस्सा है।
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