Teabag style walk: इंसानों की दिल से जुड़ी बीमारियों को रोकने में नियमित एक्सरसाइज (Exercise) को लाभकारी पाया गया है।
लेकिन कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस (Cardiovascular fitness) को बढ़ावा देने वाले अभियानों के बावजूद पिछले 20 वर्षों में फिजिकल एक्टिविटी की वैश्विक दर कम ही रही है।
इस दर में वृद्धि के लिए यूएस वैज्ञानिकों ने कम समय की एक नई एक्सरसाइज को बढ़ावा देने की सोची है।
उनके मुताबिक़, वयस्क हर दिन कुछ मिनटों के लिए एक अनोखे वॉकिंग स्टाइल (Walking style) से वैश्विक शारीरिक गतिविधि लक्ष्यों (Global physical activity targets) को प्राप्त कर सकते है।
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इस अजीबोग़रीब चलने के ढंग को ‘Teabag style’ नाम दिया गया है। इसके बारे में बीएमजे के क्रिसमस अंक में विस्तार से बताया गया है।
दरअसल, यह स्टाइल ब्रिटिश कॉमेडी ट्रुप, मोंटी पाइथन टीवी शो ‘The Ministry of Silly Walks’ के करैक्टर से प्रेरित है।
हालांकि, वैज्ञानिकों ने कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस के ‘Teabag style’ को सामान्य चलने की तुलना में अधिक प्रभावी पाया है।
उनकी स्टडी में शामिल 13 स्वस्थ महिलाओं और पुरुषों के स्वास्थ्य पर ‘Teabag style’ और सामान्य वॉकिंग का असर जाना गया।
22 से लेकर 71 वर्षीय उन मनुष्यों में चलने-फिरने, हृदय या फेफड़ों की बीमारी का कोई इतिहास नहीं था।
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सभी को पहले सामान्य ढंग से और बाद में ‘The Ministry of Silly Walks’ के करैक्टर का वीडियो दिखाकर उसकी तरह चलने को कहा गया।
वैज्ञानिकों ने सामान्य ढंग से चलने की तुलना में ‘Teabag style’ वॉक से लगभग 2.5 गुना अधिक ऊर्जा खर्च होने की बात जानी।
इसके अलावा, सामान्य चलने की अपेक्षा ‘Teabag style’ से जोरदार तीव्रता वाली कसरत जितनी ऑक्सीजन ग्रहण की गई।
उनके अनुमान में वयस्क प्रति सप्ताह लगभग 11 मिनट / दिन के लिए सामान्य की बजाय ‘Teabag style’ में चलकर प्रति सप्ताह 75 मिनट की जोरदार तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि का लक्ष्य प्राप्त कर सकते है।
यही नहीं, लगभग 12 से 19 मिनट/प्रतिदिन ‘Teabag style’ स्टेप्स करने से दैनिक ऊर्जा ख़र्च में लगभग 100 किलो कैलोरी की वृद्धि हो सकती है।
‘Teabag style’ में चलने की इतनी मात्रा से कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस में वृद्धि होगी, मृत्यु दर जोखिम कम होगा, और अतिरिक्त समय की आवश्यकता भी नहीं रहेगी।
हालांकि, यह स्टाइल केवल स्वस्थ लोगों को ही करने की सलाह दी गई है। विकलांग, चाल में ख़राबी, जोड़ों की बीमारी, या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं वाले इस वॉक को करने में सक्षम नहीं होंगे।
साथ ही, ऐसी एक्सरसाइज करने के लिए लोगों को घर या बाहर का समय और स्थान निश्चित करने के लिए भी कहा गया है।
कुल मिलाकर, वैज्ञानिकों की सलाह में रोज़ाना एक से दो मिनट की सांस फुलाने वाली फिजिकल एक्टिविटी हृदय स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद है।
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