How To Keep Joints Healthy: उम्र बढ़ने के साथ ही जोड़ों की तकलीफ़ आम हो चली है। चिंताजनक है कि बुढ़ापे की यह समस्या अब 30 पार के युवाओं को भी परेशान कर रही है। दरअसल जोड़ों को सुचारु रूप से काम करने के लिए कार्टिलेज की आवश्यकता होती है। यह चिकना टिश्यू हड्डियों के सिरों को ढके रखता है और शॉक एब्जॉर्बर की तरह काम करता है। अधिक वज़न, अंदरूनी टूट-फूट या चोट से जोड़ों और कार्टिलेज को नुकसान होता है। इससे ऑस्टियोआर्थराइटिस की बीमारी पनपती है, जिससे ज्यादातर घुटने और पीठ के जोड़ों में दर्द होता है। सावधानी के तौर पर मेयो क्लिनिक के स्वास्थ्य विशेषज्ञ कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखने की सलाह देते है।
अपनी रोज़मर्रा की गतिविधियां संभलकर करना और स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। इससे जोड़ों पर अनावश्यक भार नहीं पड़ता है। जोड़ों के आसपास मजबूत मांसपेशियां होने से उन पर पड़ने वाले भार को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए कसरत करते रहना आवश्यक है। जिन्हें तेज चलने या दौड़ने में दिक्क्त हो वो साइकिल चलाने की कोशिश कर सकते है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या हो तो वॉकिंग एड (Walking aids) से जोड़ों पर भार कम करें। छड़ी का उपयोग आपके कूल्हे, घुटने और टखने के जोड़ों पर भार हल्का करने और दर्द की तीव्रता घटाने में मदद कर सकता है। कपड़े के बाहर पहनने वाले घुटने के ब्रेस (Knee brace) से आप भार को घुटने के स्वस्थ जोड़ की ओर स्थानांतरित कर सकते है।
यदि जोड़ों में लंबे समय तक दर्द बना रहता है तो राहत के लिए डॉक्टर की सलाह के बाद एसिटामिनोफेन और इबुप्रोफेन जैसी दर्दनिवारक दवाएं ले सकते है। हालांकि, इनके अल्सर, किडनी या दिल की समस्याओं जैसे दुष्प्रभावों से अवगत रहें। सामान्यता, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस में आराम के लिए नशीले पदार्थों के उपयोग से भी बचाना चाहिए।
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यदि दर्द जारी रहता है तो आप दवाओं के इंजेक्शन पर भी विचार कर सकते है। इसके लिए कोर्टिसोन (cortisone) या टोराडोल (toradol) असरदार पाए गए है। इन्हें जोड़ में इंजेक्ट करके दर्द कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, इन दवाओं के दुष्प्रभाव होते है। इसलिए, अपने हेल्थ केयर एक्सपर्ट से सलाह-मशवरा ज़रूरी समझें।
दवाओं की तरह Hyaluronic acid को भी जोड़ों में इंजेक्ट किया जाता है। इसे जोड़ों में फिर से चिकनाई लाने के लिए उपयोग किया जाता है। Hyaluronic acid कूल्हे और कंधे के जोड़ों की तुलना में घुटने के जोड़ के लिए अधिक असरदार पाया गया है। ग्लूकोसामाइन (Glucosamine) और चोंड्रोइटिन (Chondroitin) भी जोड़ों के दर्द में इस्तेमाल होने वाले सप्लीमेंट है। हालांकि, इनकी प्रभावशीलता के पुख्ता सबूत नहीं है।
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