एक नई स्टडी ने अधिक वजन या मोटापे (Overweight or obesity) से ग्रस्त महिलाओं को सीमित समय में भोजन (Time-restricted eating) और HIIT एक्सरसाइज (Exercise) करने से फ़ायदा बताया है।
नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने उपरोक्त इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent fasting) सहित कम समय में तेजी से की गई एक्सरसाइज (Exercise) जैसे उपायों द्वारा जानलेवा बीमारियों (Deadly diseases) के ख़तरे में भी सुधार दर्ज किया है।
सेल प्रेस में प्रकाशित उनकी रिसर्च का दावा है कि दोनों उपायों को अलग-अलग करने की अपेक्षा इकट्ठे अपनाने से शरीर के कुल फैट (Fat) और अंदरूनी अंगों के आसपास जमा हानिकारक विसरल फैट (Visceral fat) में दोगुनी कमी आ सकती है।
यही नहीं, इससे ब्लड शुगर (Blood sugar) में भी सुधार हो सकता है, जिससे दिल की बीमारियों (Cardiovascular diseases) का ख़तरा कम होने का अनुमान है।
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इस महत्वपूर्ण जानकारी के लिए विशेषज्ञों ने अधिक वजन या मोटापे से पीड़ित कुल 131 महिलाओं पर परीक्षण किया था।
बढे हुए वज़न और फैट के चलते उन सभी को टाइप 2 डायबिटीज और हृदय रोग जैसी कार्डियोमेटाबोलिक बीमारियों का भी ख़तरा था।
टाइम रिस्ट्रिक्टेड ईटिंग (TRE) के दौरान उन्होंने दिन में 10 घंटे के भीतर ही डाइट ली जबकि HIIT में प्रति सप्ताह तीन बार 35 मिनट के लिए 90% की अधिकतम हृदय गति (Maximum heart rate) पर एक्सरसाइज की।
सात सप्ताह तक चली इस स्टडी में, वैज्ञानिकों ने TRE + HIIT अपनाने वाली महिलाओं को अन्य महिलाओं की अपेक्षा अधिक स्वास्थ्य लाभ मिलने की जानकारी दी।
उनके ब्लड शुगर, कुल बॉडी फैट, अंदरूनी हिस्से के फैट तथा सांस लेने की क्षमता पर महत्वपूर्ण प्रभाव दर्ज किए गए। इससे उनकी कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस में अधिक सुधार हुआ।
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वैज्ञानिकों ने यह खोज उन इंसानों के लिए बेहद लाभकारी बताई जो अपने स्वास्थ्य और रोग के जोख़िम में तेजी से सुधार करना चाहते है।
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