Best way to take pills: सिरदर्द या बदन दर्द की गोली लेते समय शायद ही हम कभी अपनी शरीर की स्थिति (Body position) पर ध्यान देते हो।
लेकिन जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के एक नए अध्ययन से पता चलता है कि हमारी पोजीशन से दवा के पेट में घुलने (Drug dissolution) का समय कम या ज़्यादा हो सकता है।
अध्ययनकर्ताओं ने एक अनोखे मॉडल की मदद से शरीर की स्थिति का एक गोली के घुलने पर असर जाना।
उनके द्वारा जाने गए नतीजे हाल ही में फिजिक्स ऑफ फ्लुइड्स में प्रकाशित भी हुए है।
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StomachSim नामक उनके मॉडल के अनुसार, अधिकांश दर्द निवारक या स्वास्थ्यवर्धक दवाओं की गोलियां तब तक काम करना शुरू नहीं करती, जब तक कि पेट उन्हें तोड़कर छोटी आंत में घोल नहीं देता।
जितनी तेजी से दवा मिली गोली पेट के आखिरी हिस्से तक पहुंचती है, उतनी तेजी से यह घुलने लगती है। नतीजन, राहत सामग्री छोटी आंत के पहले भाग तक आसानी से पहुंच जाती है।
हालांकि, पेट के इस हिस्से तक दवा पहुंचाने में गुरुत्वाकर्षण (Gravity) और बॉडी पोजीशन दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
जांच के दौरान पता चला कि दाहिनी ओर लेटते हुए दवा की गोली लेना सबसे बेहतर और बाईं ओर लेटना सबसे बुरा तरीक़ा है।
यदि एक गोली दायीं ओर से घुलने में 10 मिनट का समय लेती है तो बाईं ओर लेटने पर लगभग डेढ़ घंटे से अधिक समय लग सकता है।
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उसी गोली को सीधे लेटे हुए घुलने में 23 मिनट लग सकते है। इसलिए दवाओं को सीधे खड़े होकर या बैठे हुए लेना दूसरा अच्छा तरीक़ा है।
इस आधार पर बुजुर्गों, विकलांग या बिस्तर पर पड़े मरीज़ों द्वारा ली गई दवा पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है -विशेषकर डायबिटीज और पार्किंसंस सिंड्रोम जैसी बीमारियों में।
विशेषज्ञों के अनुसार, पेट की स्थितियों में एक छोटा-सा बदलाव भी मौखिक दवाओं से मिलने वाले नतीजों में महत्वपूर्ण अंतर पैदा कर सकता है। इसलिए, दवाओं को लेते समय अपने शरीर की पोजीशन पर ध्यान देना ज़रूरी है।
भविष्य में अब यह अनुमान लगाया जाएगा कि पेट के बायोमैकेनिक्स में परिवर्तन से शरीर द्वारा दवाओं को अवशोषित करने, पेट में भोजन पचने और भोजन पाचन पर आसन आदि अवस्थाएं कैसे प्रभावित होती है।
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