Unhealthy lifestyle effects: ख़राब लाइफस्टाइल की वजह से बच्चों और किशोरों (Children and teenagers) में सेहत संबंधी कई समस्याएं पैदा हो रही है, ये कहना है इटली के रिसर्चर्स का।
यूरोपियन हार्ट जर्नल में छपी उनकी नई स्टडी ने देर तक टीवी देखने, स्मार्टफ़ोन का अधिक उपयोग, आलस करने, मोटापे और जंक फ़ूड खाने से छोटी उम्र में ही हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) के दस में से नौ मामले बताए है।
चिंता की बात थी कि ऐसे मामले 6 से 16 साल के बच्चों में अधिक मिले है।
रिसर्चर्स ने उनकी लाइफस्टाइल में सुधार और बीमारियों से बचाव के लिए माता-पिता सहित सरकारी पॉलिसी की भूमिका को भी महत्वपूर्ण माना है।
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उन्होंने बच्चों को ताजी सब्जियां, फल और अन्य फाइबर युक्त फ़ूड लेने तथा बाज़ार के नमक और मिठास से भरपूर तले हुए खान-पान से बचने की सलाह दी है।
साथ ही, बच्चों और किशोरों को हर दिन कम से कम एक घंटे की जॉगिंग, साइकिल चलाना, तैराकी या अन्य खेल-कूद करने की भी ज़रूरत बताई है।
पेरेंट्स को भी बच्चों के टीवी देखने या स्मार्टफोन इस्तेमाल का समय सीमित करने को कहा गया है।
ऐसा न करने की स्थिति में बच्चों और किशोरों को जल्द ही हाई बीपी और मोटापे की समस्या हो जाएगी, जो उनके बड़े होने पर अन्य हृदय संबंधी तकलीफ़ों में बदल सकती है।
हाई बीपी के संभावित लक्षणों में सिरदर्द, नाक से खून बहना, चक्कर आना, कमज़ोर दृष्टि, पढ़ाई में कमी, ख़राब फोकस, सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, तेज धड़कन और बेहोशी बताई गई है।
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स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए बच्चों और किशोरों को भी बड़ों की तरह स्वस्थ लाइफस्टाइल आदतें अपनाने और टीवी, सोशल मीडिया, जंक फ़ूड को सीमित करना अनिवार्य कहा गया है।
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