Physical activity and body fat: शारीरिक रूप से एक्टिव रहना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन एक नई स्टडी ने इस बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
ये खुलासे नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की स्टडी में बच्चों के बॉडी फैट (Body fat) और फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) की जांच के बाद सामने आए है।
स्टडी के विशेषज्ञों की मानें तो फिजिकल एक्टिविटी बढ़ने पर भी लड़कों के मुक़ाबले लड़कियों में समय के साथ बॉडी फैट प्रतिशत कम नहीं होता है।
नतीजों के लिए विशेषज्ञों की टीम ने 6 वर्ष की उम्र से 14 वर्ष तक हर दो साल में 800 बच्चों की जांच की थी।
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उन्हें लड़कों और लड़कियों का एक्टिविटी लेवल अलग तरह से प्रभावित करता मिला।
लड़कियों की फिजिकल एक्टिविटी में वृद्धि से बॉडी फैट कम नहीं हुआ और न ही फैट प्रतिशत से उनकी एक्टिविटी पर कोई प्रभाव पड़ा।
दूसरी ओर, लड़कों के एक्टिव रहने से उनके बॉडी फैट में कमी आई। उनके सुस्त होते ही बॉडी फैट प्रतिशत बढ़ने लगा था।
टीम ने पाया कि जो लड़के 12 साल की उम्र में शारीरिक रूप से अधिक एक्टिव थे, उनमें 14 साल में बॉडी फैट का प्रतिशत कम हो गया।
हालांकि, स्टडी का मक़सद लड़को और लड़कियों में मिले इन अंतरों के कारणों की जांच नहीं था।
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लेकिन टीम ने संभावना जताई कि लड़के आमतौर पर लड़कियों की तुलना में शारीरिक रूप से अधिक एक्टिव होते है और ज़्यादा खेल-कूद में लगे रहते है। इसलिए एक्टिविटी लेवल घटने पर उनका बॉडी फैट बढ़ने लगता है।
उनके विपरीत, लड़कियों में बॉडी फैट बढ़ने पर भी रोज़मर्रा की एक्टिविटी बनी रहती है, क्योंकि लड़कियों के शरीर और मोटापे पर अधिक ध्यान दिया जाता है।
इस बारे में और जानकारी इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ ओबेसिटी से मिल सकती है।
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