चॉकलेट बनाने में इस्तेमाल होने वाला कोको (Cocoa) हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) और धमनियों की कठोरता (Arterial stiffness) को कम कर सकता है।
यह ख़ोज की है इंग्लैंड की सरे यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने, जिन्होंने अपने अध्ययन में हाई बीपी वालों पर कोको फ्लेवनॉल (Cocoa flavanols) कैप्सूल खाने से दवा जैसा असर देखा।
हालांकि, यह सकारात्मक असर केवल बीपी और धमनियों की कठोरता का लेवल हाई होने पर ही हुआ। नार्मल लेवल पर कोको सेवन से कोई परिवर्तन दर्ज नहीं किया गया।
जानकारी के लिए यूनिवर्सिटी टीम ने कई दिनों तक ग्यारह स्वस्थ मनुष्यों को कोको फ्लेवनॉल कैप्सूल या ब्राउन शुगर युक्त प्लेसबो कैप्सूल खाने को दिए।
- Advertisement -
टीम ने पाया कि अधिक होने पर ही कोको लेने वालों के ब्लड प्रेशर और धमनी कठोरता में कमी होती थी। सुबह बीपी नार्मल होने पर कोको लेना लाभकारी नहीं था।
कोको फ्लेवनॉल के कैप्सूल लेने वालों के बीपी पर आठ घंटे बाद भी इसका प्रभाव बना रहा। ऐसा आंत के बैक्टीरिया द्वारा कोको फ्लेवनॉल्स धीरे-धीरे हजम करने से संभावित बताया गया।
विशेषज्ञों ने कोको से हाई बीपी और धमनियों की कठोरता में हुए सुधार को महत्वपूर्ण बताया, क्योंकि दवाओं से ब्लड प्रेशर अत्यधिक कम हो जाने का भी ख़तरा रहता है।
ग़ौरतलब है कि हाई बीपी एवं धमनी कठोरता से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन में प्रकाशित स्टडी में, टीम ने कोको फ्लेवनॉल्स से ब्लड वेसल्स और प्रेशर सुधरने की पुष्टि की, जिससे हृदय प्रणाली पर भी सकारात्मक प्रभाव देखा गया।
- Advertisement -
Also Read: चॉकलेट के साथ दिन की शुरुआत करने से मिलते है ये फायदे