एक नए अध्ययन से पता चला है कि स्ट्रोक (Stroke) से बचाव में सर्जरी की अपेक्षा लाइफस्टाइल बदलाव और दवाएं अधिक प्रभावी होती है।
ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी द्वारा किए अध्ययन में, कैरोटिड आर्टरी स्टेनोसिस (Carotid artery stenosis) की बीमारी रोकने में सर्जरी और स्टेंट का असर बहुत सीमित पाया गया है।
बता दें कि यह एक गंभीर बीमारी है, जो स्ट्रोक का प्रमुख कारण बनती है। इसमें दिमाग़ को ख़ून पहुंचाने वाली मुख्य आर्टरी में प्लाक बन जाता है जिससे ब्रेन डैमेज, लकवा या मौत हो सकती है।
कैरोटिड आर्टरी स्टेनोसिस में डाइट, एक्सरसाइज और स्मोकिंग जैसे लाइफस्टाइल से जुड़े पहलुओं सहित उचित दवाओं पर ध्यान देकर ही स्ट्रोक के जोखिम को कम करने की संभावना जताई गई है।
- Advertisement -
इस जानकारी के पीछे स्टेनोसिस उपचार से संबंधित चार दशकों से अधिक के डेटा का विश्लेषण बताया गया है।
फ्रंटियर्स इन न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट, लाइफस्टाइल सुधार से बिना लक्षणों वाले स्टेनोसिस के मरीजों में स्ट्रोक के खतरे को लगभग 65 फीसद तक कम हुआ बताती है।
यह पिछले ट्रायल में कैरोटिड सर्जरी या स्टेंट डलवाने वाले मरीज़ों में स्ट्रोक दर के समान या उससे कम है।
नतीजे बताते है कि कैरोटिड आर्टरी स्टेनोसिस में सर्जरी या स्टेंट डलवाना सबसे अच्छा इलाज नहीं है। ऐसे इलाज अक्सर आगे चलकर अधिक नुकसान का कारण बनते है।
अध्ययन में लोगों को स्ट्रोक से बचने के लिए सही दवाओं, एक्सरसाइज, पोषक आहार अपनाने और स्मोकिंग छोड़ने के अलावा हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम करने की सलाह दी गई है।
- Advertisement -
ऐसे उपायों से स्ट्रोक और दिल के दौरे के ख़तरे को प्रभावी ढंग से कम किया जा सकता है।
Also Read: ऐसा खाना बढ़ाता है दूसरे दिल के दौरे या स्ट्रोक के जोखिम को