Muscles Loss Supplement: उम्र बढ़ने पर हमारे शरीर की मांसपेशियों (Muscles) सिकुड़ कर कमज़ोर होती जाती है, जिसे मेडिकल भाषा में सरकोपेनिया (Sarcopenia) कहते है।
हालांकि, एक स्टडी में सही न्यूट्रिशन और एक्सरसाइज द्वारा उम्र से संबंधित मांसपेशियों की गिरावट और कठोरता में सुधार होने की संभावना जताई गई है।
हेल्थ केयर से जुड़े जापान के एक्सपर्ट्स की मानें तो एक्सरसाइज के साथ फलों, सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलने वाला क्वेरसेटिन लेने से मांसपेशियों में उम्र से संबंधित परिवर्तन सुधारे जा सकते है।
उनकी स्टडी में, इन परिवर्तनों को अकेले एक्सरसाइज के दम पर सुधार पाना मुश्किल पाया गया है।
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फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन में प्रकाशित स्टडी के नतीजे बताते है कि 24 सप्ताह तक 50 से 74 वर्षीय जापानी बुजुर्गों को एक्सरसाइज के साथ 200 और 500 मिलीग्राम क्वेरसेटिन ग्लाइकोसाइड देने से उनकी मसल्स क्वालिटी और स्ट्रेचिंग में सुधार हुआ।
बता दें कि क्वेरसेटिन ग्लाइकोसाइड एक फ्लेवोनोइड है जो प्याज, ब्रोकोली, सेब, चाय और रेड वाइन जैसे फलों और सब्जियों में मौजूद होता है।
एक्सपर्ट्स का कहना था कि यह पहली ख़ोज है, जिसमें न्यूट्रिशन और एक्सरसाइज कॉम्बिनेशन से कमज़ोर और अकड़न वाली मांसपेशियों में सुधार की गुंजाइश दिखी है।
उनके अनुसार, 50 की उम्र के बाद हमारी मासपेशियां हर साल 1-2% सिकुड़ जाती है। इसके अतिरिक्त, उनकी ताकत भी 50 वर्ष के बाद 1.5% और 60 वर्ष के बाद 3% तक प्रति वर्ष की दर से घटती है।
नई स्टडी में, उम्र बढ़ने से मांसपेशियों की मात्रा और गुणवत्ता में क्वेरसेटिन ग्लाइकोसाइड्स और कम तीव्रता की रेजिस्टेंस एक्सरसाइज से सुधार देखने को मिला। यही नहीं, इस असर के फलस्वरूप मांसपेशियों की जकड़न में भी कमी देखने को मिली।
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एक्सपर्ट्स ने उम्मीद जताई है कि क्वेरसेटिन और हल्की रेजिस्टेंस एक्सरसाइज करने से बुजुर्गों की मांसपेशियों में सुधार होगा। इससे उनकी कार्य क्षमता अधिक होगी और बुढ़ापे के बावजूद शरीर भला-चंगा रहेगा।
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