Resistance training benefits: नींद और मांसपेशियों की हालत सुधारने के लिए एरोबिक (Aerobic) के बजाए रेजिस्टेंस एक्सरसाइज (Resistance exercise) अधिक कीजिए, ये सुझाव है एक अमेरिकी रिसर्च का।
रिसर्च में शामिल आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स ने वजन उठाने या रेजिस्टेंस बैंड से की जाने वाली एक्सरसाइज को हृदय स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर बताया है।
पहले हुए अध्ययन बताते रहे है कि सात घंटे से कम अवधि की नींद हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल और धमनियों में प्लाक का निर्माण होने का खतरा बढ़ा सकती है।
इसके अतिरिक्त, नींद में कमी को वजन बढ़ने, डायबिटीज और रोगजनक सूजन से भी जोड़ा गया है। ये समस्याएं स्ट्रोक, दिल का दौरा और मृत्यु का ख़तरा बढ़ाने वाली है।
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इस विषय की अधिक जानकारी के हुई रिसर्च में हाई बीपी और अधिक वजन से पीड़ित लगभग 400 महिलाओं और पुरुषों को शामिल किया गया था।
देखा गया कि एक्सरसाइज न करने वाले बीपी और मोटापे से ग्रस्त इंसानों की अपेक्षा एरोबिक या रेजिस्टेंस एक्सरसाइज करने वालों ने नींद में कम गड़बड़ी का अनुभव किया था।
एक वर्ष तक एक्सरसाइज करने वालों ने सप्ताह में तीन दिन या तो 60 मिनट की वेट ट्रेनिंग की या ट्रेडमिल पर एरोबिक एक्सरसाइज की। कुछ ने दोनों तरह की एक्सरसाइज भी की।
कुल मिलाकर, सभी तरह की एक्सरसाइज करने वालों ने नींद की गुणवत्ता में सुधार और ख़राब नींद में कमी का अनुभव किया।
रिसर्च के आरंभ में सात घंटे से कम सोने वाले 42 फ़ीसद इंसानों ने रेजिस्टेंस एक्सरसाइज करके अपने औसत नींद समय को प्रति रात 17 मिनट तक बढ़ा लिया था।
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यही नहीं, रेजिस्टेंस एक्सरसाइज करने वाले हर रात जल्दी सोने में भी समर्थ थे।
हालांकि, नींद और स्वास्थ्य पर एरोबिक और रेजिस्टेंस दोनों एक्सरसाइज से सुधार होते जाना गया, लेकिन ग़ौर से देखने पर रात को बेहतर नींद लाने में रेजिस्टेंस एक्सरसाइज ज़्यादा फ़ायदेमंद मिली।
इस पर यूनिवर्सिटी एक्सपर्ट्स ने मांसपेशियों और हड्डियों के साथ-साथ नींद को भी बेहतर बनाने के लिए प्रतिदिन की एक्सरसाइज में एक- दो दिन रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने की भी सलाह दी।
यह नई रिसर्च अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक पत्रिका के स्वास्थ्य सम्मेलन में प्रस्तुत की गई थी।
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