‘Bionic’ pacemaker to reverse heart failure: न्यूजीलैंड के विशेषज्ञों ने दिल के मरीजों की सहूलियत के लिए एक अनूठा अविष्कार कर दिखाया है।
उन्होंने एक ऐसे पेसमेकर (Pacemaker) का निर्माण किया है जो दिल की स्वाभाविक रूप से धड़कने की क्षमता को फिर से स्थापित कर हार्ट फेलियर को रोक सकता है।
खबर है कि विज्ञान की इस अद्भुत मशीन को इसी साल सफल पशु परीक्षणों के बाद न्यूजीलैंड के हृदय रोगियों पर आज़माया जाएगा।
अविष्कारकर्ताओं की मानें तो वर्तमान में सभी पेसमेकर दिल को एक निश्चित और स्थिर गति देते है। लेकिन एक स्वस्थ व्यक्ति की हृदय गति अनियमित होती है और घटती-बढ़ती रहती है।
- Advertisement -
बताया गया है कि प्राकृतिक रूप से हमारी हृदय गति सांस लेने से जुड़ी होती है। सांस लेने पर यह ऊपर और छोड़ने पर नीचे चली जाती है। नया पेसमेकर इसी परिवर्तनशीलता का अनुसरण करता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, बाजार में अभी तक ऐसा पेसमेकर उपलब्ध नहीं है। पहले बने पेसमेकर क्षतिग्रस्त हो चुके टिश्यू को उनकी प्राकृतिक अवस्था जैसी कुशलता से नियंत्रित नहीं करते है।
नया पेसमेकर इस परिवर्तनशीलता को ध्यान में रखते हुए ही बनाया गया है।
इस ‘नेचुरल पेसमेकर’ से दिल की धड़कन में प्राकृतिक बदलाव लाकर शरीर में खून पंप करने की हृदय क्षमता को सुधारा जा सकता है।
विशेषज्ञों को नए पेसमेकर से अभी तक कार्डियक आउटपुट में 20 प्रतिशत तक का सुधार मिला है, जो एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
- Advertisement -
यह पेसमेकर इलेक्ट्रॉनिक मशीनरी से बना एक तरह का बायोनिक डिवाइस (Bionic device) है।
यह डिवाइस शरीर द्वारा सांस लेने और सांस छोड़ने के संकेतों को समझता है और उसी हिसाब से हार्ट रेट को ऊपर-नीचे करता है।
मेडिकल जगत में इस खोज को भविष्य में हृदय गति रुकने वाले मरीजों के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला कहा गया है।
इसे बनाने वालों का अगला कदम न्यूजीलैंड में इस साल के अंत तक होने वाले परीक्षण में दिल के मरीजों की भर्ती करना है।
इस विषय में विस्तारपूर्वक Basic Research in Cardiology जर्नल में पढ़ा जा सकता है।
Also Read: ये है दिल की बीमारी के शुरुआती संकेत, शोध ने बताया