Exercise boosts memory development: विभिन्न प्रकार की एक्सरसाइज न केवल शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य बढ़ाती है, बल्कि बच्चों और किशोरों की याददाश्त के विकास पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है।
इस विषय में ताजा जानकारी दी है स्विट्ज़रलैंड की बेसल यूनिवर्सिटी के खेल वैज्ञानिकों ने।
उनके विश्लेषण में भागने, दौड़ने, उठाने, रस्सी कूदने और बैलेंस बनाने वाली एक्सरसाइज लंबी अवधि में मस्तिष्क क्षमता बढ़ाने में विशेष रूप से प्रभावी साबित हुई है।
ऐसी एक्सरसाइज दिमाग के प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स की दक्षता को प्रभावित करती है। मस्तिष्क के इस क्षेत्र को सोचने, समझने, नियंत्रण और सूचनाओं के भंडारण के लिए जाना जाता है।
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हालांकि, याददाश्त को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक्सरसाइज तीव्रता को बढ़ाना जरूरी बताया है।
उनके अनुसार, प्रशिक्षण की तीव्रता बढ़ने से मस्तिष्क में न्यूरोप्लास्टी और पोषक तत्वों की आपूर्ति में वृद्धि होती है। इस कारण, सोचने-सीखने की क्षमता बेहतर और जानकारी का ज्यादा भंडारण होता है।
इससे उनकी शब्दावली और व्याकरण के साथ-साथ संख्यात्मक और गणितीय कौशल का भी विकास होता है।
इसलिए विशेष रूप से स्कूलों में, ऐसी एक्सरसाइज के माध्यम से विद्यार्थियों की दिमागी कुशलता विकसित करने पर जोर दिया जाना चाहिए।
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