यदि आप सुबह के समय एक्सरसाइज (exercise) करते है तो ऐसा करने से आपके शरीर में उन लोगो के मुकाबले कैंसर (cancer) होने का खतरा कम हो जाता है, जो दोपहर या शाम को एक्सरसाइज करते हैं।
रिसर्च के अनुसार, सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच एक्सरसाइज करने वाले लोगों में कैंसर होने का खतरा अपेक्षाकृत कम होता है।
इस स्टडी को इंटरनैशनल जर्नल ऑफ कैंसर (The International Journal of Cancer-IJC) में छापा गया है।
कैसे की गई रिसर्च?
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ये रिसर्च लगभग पांच साल तक चली जिसमें पांच हजार से ज्यादा प्रतिभागी शामिल थे।
रिसर्च में 781 महिलाएं थीं, जो ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) का शिकार थीं और 504 पुरुष थे जो प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer) का शिकार थे। इसके अलावा 2795 अन्य प्रतिभागी थे, जो पहले से ही स्पेन में कैंसर रिसर्च के लिए बनी एक टीम का हिस्सा थे।
वैज्ञानिकों ने इस सभी लोगों के एक्सरसाइज की आदतों, दिनभर की फिजिकल एक्टिविटीज और एक्सरसाइज की टाइमिंग के बारे में जानकारी इकट्ठा की और उसी के आधार पर इस निष्कर्ष तक पहुंचे कि सुबह के समय एक्सरसाइज करने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
हालांकि, ये अध्ययन अभी छोटे स्तर पर किया गया है और अधिक स्पष्ट और पारदर्शी जानकारी के लिए आगे और अध्ययन करने की जरूरत है।
क्या कारण है इसके पीछे?
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सामान्यतः एक्सरसाइज न करने वाले की अपेक्षा एक्सरसाइज करने वाले लोगों को लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है, फिर चाहे एक्सरसाइज किसी भी समय की गई हो।
लेकिन अलग-अलग समय पर की गई एक्सरसाइज, अलग-अलग तरह से आपकी सेहत को प्रभावित करती है।
शरीर में इस टाइमिंग को कंट्रोल करने का काम उठने और सोने की प्रक्रिया (circadian rhythm) से होती है।
रिसर्च बताती हैं कि इस प्रक्रिया (circadian rhythm) और कैंसर के खतरे के बीच गहरा संबंध है। इसीलिए दिन के समय एक्सरसाइज करने से उठने और सोने की प्रक्रिया (circadian rhythm) को सुधारने में मदद मिलती है और इससे रात में अच्छी नींद आती है।
कैसे संबंधित है एक्टिविटीज कैंसर के खतरे से?
वैज्ञानिकों ने इस रिसर्च में पाया है कि सुबह के 8 बजे से लेकर 10 बजे के बीच की जाने वाली फिजिकल एक्टिविटीज से ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
ये खतरा एक्सरसाइज न करने वालों की अपेक्षा 25% तक कम हो सकता है।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसमें उठने और सोने की प्रक्रिया (circadian rhythm) के अलावा एस्ट्रोजन हार्मोन की भी बड़ी भूमिका हो सकती है।
एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बढ़ता है। एस्ट्रोजन का प्रोडक्शन सबसे ज्यादा सुबह 7 बजे के आसपास एक्टिव होता है।
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