40 पार कर चुकी महिलाओं को निरोगी रहने के लिए शारीरिक तौर पर ज्यादा एक्टिव (Physically active) रहना चाहिए।
ये सलाह दी है फिनलैंड की एक यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने जिन्होंने अपने नए अध्ययन में हाई फिजिकल एक्टिविटी वाली रजोनिवृत्त महिलाओं (Menopausal women) का स्वास्थ्य बेहतर पाया है।
रजोनिवृत्ति (Menopause) एक महिला के 40 या 50 के दशक तक पहुंचने पर प्रजनन हार्मोन में आने वाली प्राकृतिक गिरावट है।
चार साल तक चले उनके अध्ययन से पता चला है कि मेनोपॉज स्वास्थ्य पर कई प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इसमें मोटापा, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर सहित हृदय रोग बढ़ने का खतरा शामिल है।
- Advertisement -
खुशकिस्मती से एक एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाकर इन समस्याओं को कम किया जा सकता है।
वैसे भी, शारीरिक एक्टिविटी उम्र के साथ सुस्त होते मेटाबॉलिज़्म (Metabolism) को सुधारने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए फायदेमंद मानी जाती है।
विशेषज्ञों का मानना था कि उम्र बढ़ने के कारण पुरुषों और महिलाओं दोनों का मेटाबॉलिक स्वास्थ्य बिगड़ जाता है, लेकिन महिलाओं में मेनोपॉज के समय ये बदलाव तेज होने लगते है।
अध्ययन में 48 से 55 वर्ष की 298 महिलाओं को उनकी मेनोपॉज की स्थिति में परिवर्तन के आधार पर तीन समूहों में बांटा गया था और समूहों की एक दूसरे से तुलना की गई थी।
चार साल के दौरान उनके शरीर की संरचना, कमर का घेरा, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, ग्लूकोज और फिजिकल एक्टिविटी को दो बार मापा गया।
- Advertisement -
नतीजों के आधार पर विशेषज्ञों का कहना था कि मेनोपॉज अवस्था महिलाओं का स्वास्थ्य बिगाड़ देती है, लेकिन शारीरिक तौर पर ज्यादा एक्टिव रहने वाली महिलाओं को मोटापे, ब्लड शुगर, हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की दिक्कतें कम पेश आती है।
उनका वजन, शरीर का फैट और कमर का साइज भी अन्य महिलाओं की अपेक्षा कम रहता है।
स्टडी के नतीजे इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकशित हुए थे।