Health benefits of yogurt: एक स्टडी में रोज दही खाने से होने वाले फायदे बताए गए है।
स्टडी वैज्ञानिकों ने पाया कि दही खाने से पाचन तंत्र पर पड़ने वाले एंटीबायोटिक दवाओं (Antibiotics medicines) के दुष्प्रभाव घट सकते है।
टीम के मुताबिक, दही में मौजूद विशेष प्रकार के प्रोबायोटिक आंत माइक्रोबायोम (Gut microbiome) में एंटीबायोटिक से हुए हानिकारक परिवर्तन सही करते है।
एंटीबायोटिक दवाओं के कारण पांच में से लगभग एक व्यक्ति को दस्त की शिकायत होती है। ऐसी समस्या के पीछे आंत के स्वस्थ बैक्टीरिया का बाधित होना पाया गया है।
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डायरिया होने पर रोगी घबराकर दवाएं लेना बंद कर सकते है, जिससे उनका संक्रमण पेट में ही रह जाता है।
यही नहीं, सी डिफिसाइल (C. difficile) नामक बैक्टीरिया का कुछ हिस्सा मरीजों की आंत में जानलेवा संक्रमण पैदा करता है, जिसे आमतौर पर अच्छे बैक्टीरिया रोक सकते है।
स्टडी में पाया गया कि Bifidobacterium lactis BB-12 युक्त दही कोलन के अंदर स्वस्थ बैक्टीरिया जीवित रखने में दवा से बेहतर काम करती है।
यह प्रभाव 42 इंसानों को एंटीबायोटिक देने के बाद रोजाना BB-12 युक्त लगभग 170 ग्राम दही खिलाने से देखा गया।
हालांकि, एंटीबायोटिक लेने के बाद बिना प्रोबायोटिक वाली दही खाने से ऐसा फायदा नहीं मिला।
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एंटीबायोटिक बंद करने के बाद BB-12 लेने से स्वस्थ बैक्टीरिया द्वारा उत्पादित एक लाभकारी मेटाबोलाइट, एसीटेट का स्तर सामान्य हो गया था।
लेकिन बिना प्रोबायोटिक वाली दही लेने वालों में एसीटेट स्तर अत्यधिक कम था।
टीम के अनुसार, एंटीबायोटिक दुष्प्रभावों के बढ़ने से पहले जितनी जल्दी हो सके प्रोबायोटिक खाना शुरू कर देना चाहिए।
आगे की खोज में वैज्ञानिक दल यह देखना चाहते है कि प्रोबायोटिक लेने का सबसे अच्छा समय कब होता है।
न्यूट्रिएंट्स जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के अलावा जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक भी शामिल थे।
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