Benefits of reducing sugar: वैसे तो बच्चों से लेकर बड़े तक सभी मीठे के दीवाने है, लेकिन मीठी चीजों पर कंट्रोल करके अनेकों बीमारियों को रोका जा सकता है।
अमेरिका के मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल, टफ्ट्स यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ तथा अन्य संस्थानों के वैज्ञानिकों ने मीठा कम करने के प्रभावों से जुड़ा एक मॉडल बनाया है।
मॉडल के आधार पर उनका कहना है कि खाने-पीने की चीजों में चीनी की कटौती से अकेले अमेरिका में ही लगभग 25 लाख स्ट्रोक, दिल का दौरा, कार्डियक अरेस्ट; चार लाख 90 हजार दिल और नसों की खराबी से होने वाली मौतों, और सात लाख 50 हजार डायबिटीज के मामलों को कम किया जा सकता है।
दरअसल, मीठे से बने खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन मोटापे, टाइप -2 डायबिटीज और हृदय रोग जैसी बीमारियों से जुड़ा हुआ है, जो मृत्यु दर बढ़ने का प्रमुख कारण है।
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वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए मॉडल के निष्कर्ष बताते है कि पैकेटबंद खाद्य पदार्थों में 20 प्रतिशत और पीने वाले ड्रिंक्स में 40 प्रतिशत तक चीनी की मात्रा घटाने से स्वास्थ्य और इससे संबंधित असमानताओं तथा बीमारियों पर होने वाले खर्च में बड़ा सुधार हो सकता है।
स्वास्थ्य और आर्थिक स्तर में बदलाव से जुड़ा यह मॉडल इस बात पर जोर देता है कि रेडीमेड फूड और ड्रिंक्स बनाने वाली कंपनियों को अपने उत्पादों में अत्यधिक चीनी की मात्रा कम करनी चाहिए।
इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए सर्कुलेशन पत्रिका पढ़ी जा सकती है।
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