Effects of sleeping hours on health: नींद की अवधि किसी भी इंसान की बीमारियों को प्रभावित करती है, ऐसा स्वीडिश वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है।
एक नए अध्ययन में, स्वीडन के दो विश्वविद्यालयों में कार्यरत वैज्ञानिकों की एक टीम ने नींद की अवधि का हृदय रोग और टाइप 2 डायबिटीज जैसे रोगों से जुड़े कई प्रोटीनों के बीच एक स्पष्ट संबंध देखा है।
बहुत कम नींद से हृदय रोग, डायबिटीज और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है, ऐसा पिछली रिसर्च से सामने आया था।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, नींद की कमी या बहुत अधिक नींद किसी भी व्यक्ति को बीमार करने में सहायक है।
- Advertisement -
इस अध्ययन में, टीम ने नींद और विभिन्न कार्डियोमेटाबोलिक बीमारियों के बीच संबंधों को जानने का प्रयास किया है।
उन्होंने 45 से 75 वर्ष वाले 25 हजार इंसानों के नींद से संबंधित आंकड़ों का इस्तेमाल किया। देखा गया कि लगभग 90 प्रतिशत लोगों की नींद की अवधि सामान्य थी। आठ प्रतिशत हर रात छह घंटे से कम सोते थे और चार प्रतिशत नौ घंटे से अधिक सोते थे।
उनके खून में कार्डियोमेटाबोलिक रोगों से जुड़े 243 विभिन्न प्रोटीनों की जांच की गई।
पता चला कि पांच प्रोटीनों का नींद की अवधि में हुए उतार-चढ़ाव से सीधा संबंध था। ये संबंध कम नींद अवधि वालों में अधिक मजबूत था।
हालांकि, सामान्य नींद के दौरान यह संबंध कम हो गया, लेकिन नौ घंटे से अधिक नींद वालों में फिर से बढ़ गया। ग्राफ पर इन आंकड़ों का प्रदर्शन अंग्रेजी भाषा के यू (U) आकार जैसा था।
- Advertisement -
टीम ने इन प्रोटीनों और हृदय में जलन-सूजन गतिविधियों के बीच सीधा संबंध देखा। प्रोटीन KIM दिल के, जबकि प्रोटीन ADM नींद विकार के जोखिम से जुड़ा हुआ था।
अध्ययन के परिणाम पिछले निष्कर्षों के साथ सही तालमेल बैठाते दिखे। हालांकि, टीम ने अन्य अध्ययनों से भी इन परिणामों की पुष्टि करने की आवश्यकता बताई है।
बीमारियों का विकास करने वाले तंत्र को समझने से भविष्य में बेहतर उपचार और नई दवाओं के विकास की उम्मीद है।
Also Read: खराब नींद से महिलाओं में मौत का खतरा पुरुषों से ज्यादा