COVID-19 infection symptoms: बदलते कोरोना वेरिएंट्स के साथ ही इंसानों में संक्रमण के लक्षण भी बदलने शुरु हो गए है, ये कहना है एक स्टडी का।
यूके में हुई इस स्टडी की मानें तो कोरोना (COVID-19) की शुरुआत बताने वाले लक्षण विभिन्न आयु वर्ग में पहले की अपेक्षा अलग तरह के दिख सकते है।
स्टडी से जुड़े यूके के खोजकर्ताओं ने शुरुआती चरणों के संक्रमित पुरुषों, महिलाओं और बुजुर्गों में दिखे लक्षणों की जांच कर इस जानकारी की सूचना दी।
स्टडी 15 हजार से ज्यादा इंसानों, जिसमें 60 से 80 वर्ष के बुजुर्गों और 16 से 59 वर्ष वाले पुरुषों और महिलाओं, की शुरुआती जांच पर आधारित है।
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अध्ययन में 18 लक्षणों की जांच की गई, जो विभिन्न समूहों में कोरोना पहचानने के लिए एकदम अलग थे।
सबसे महत्वपूर्ण लक्षणों में गंध की कमी, सीने में दर्द, लगातार खांसी, पेट में दर्द, पैरों पर छाले, आंखों में दर्द और मांसपेशियों में असामान्य दर्द बताए गए।
पता चला कि पुरुषों में COVID -19 संक्रमण के आरंभिक लक्षण महिलाओं की तुलना में अलग थे।
पुरुषों को सांस लेने में तकलीफ, थकान, ठंड लगना और कंपकंपी होने की संभावना अधिक थी, जबकि महिलाओं में गंध की कमी, सीने में दर्द और लगातार खांसी होने की संभावना अधिक पाई गई।
60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में गंध की कमी, 80 के बुजुर्गों में मान्य लक्षण नहीं था।
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दस्त जैसे अन्य शुरुआती लक्षण 60 और 80 की उम्र वालों में सबसे ज्यादा मिले।
हैरानी की बात थी कि बुखार आना, जोकि बीमारी का एक ज्ञात लक्षण माना जाता था, किसी भी आयु वर्ग में प्रारंभिक लक्षण नहीं था।
ऐसे में खोजकर्ताओं ने परिवार या घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग संक्रमण लक्षण दिखने की चेतावनी दी है।
खोजकर्ताओं की टीम को यह जानकारी एक कोरोना लक्षण देखने वाले ऐप के डेटा का विश्लेषण करने से मिली।
उन्होंने इसके आधार पर कोरोना संक्रमण के शुरुआती लक्षणों का मॉडल तैयार किया और तीन दिनों के संक्रामक लक्षणों का उपयोग करते हुए 80 प्रतिशत मामलों का सफलतापूर्वक पता लगाया।
इसके बाद उन्होंने एक विशेष मशीन का उपयोग करके संक्रमण के शुरुआती संकेतों की भविष्यवाणी की। यह मशीन उम्र, वर्ग और स्वास्थ्य स्थितियों के आधार पर संक्रमितों के कुछ लक्षण बताने में सक्षम थी।
स्टडी के बारे में ज्यादा जानकारी लैंसेट डिजिटल हेल्थ में प्रकाशित लेख से मिल सकती है।
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