साधारण चीनी (Sugar) के विकल्प में इस्तेमाल हो रहे आर्टिफिशियल स्वीटनर (Artificial Sweeteners) इंसानों में बीमारियां पैदा कर सकते है।
एक चौंकानेवाली रिसर्च में यूके के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि चाय, कॉफी, बिस्कुट, कंफेक्शनरी सामान, कोल्ड ड्रिंक्स, जूस इत्यादि में इस्तेमाल होने वाले स्वीटनर आंत (Intestine) और इसमें रहने वाले बैक्टीरिया को रोगग्रस्त कर सकते है।
ऐसे में संभावित रूप से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है।
यूके के एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन में सर्वाधिक इस्तेमाल होने वाले सैकरीन (Saccharin), सुक्रालोज़ (Sucralose) और एस्पार्टेम (Aspartame) जैसे आर्टिफिशियल स्वीटनर से रोगजनक प्रभाव देखे गए।
- Advertisement -
इनसे बीमार हुए बैक्टीरिया आंत की पाचन से जुड़ी कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त कर सकते है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसे में संक्रमण, सेप्सिस और कई अंगों की विफलता का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
स्वीटनर से प्रभावित ई. फ़ेकलिस (Enterococcus faecalis) और ई. कोलाई (Escherichia coli) जैसे बैक्टीरिया आंत की कोशिकाओं में रहने वाले विशेष स्वस्थ बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते है।
ऐसे में ये स्वस्थ बैक्टीरिया विषाक्त पदार्थों को स्रावित करके बीमारियां का कारण बन सकते है।
इसके अतिरिक्त, तीनों स्वीटनर के दुष्प्रभाव से रोगजनक बैक्टीरिया आंत की ही दीवार की कोशिकाओं पर आक्रमण करना शुरू कर देते है।
- Advertisement -
अध्ययन इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मॉलिक्यूलर साइंसेज में प्रकाशित हुआ था।
Also Read: आंत के बैक्टीरिया मौत की भविष्यवाणी करने में सक्षम