मानसिक तौर पर थके हुए होने (Mental Fatigue) के बावजूद प्रेरक संगीत (Motivational Music) सुनते हुए दौड़ने (Running) से प्रदर्शन में सुधार होता है, ऐसा एक स्टडी में देखा गया।
स्टडी में शामिल कुछ धावकों ने मानसिक रूप से थके होने के बावजूद अपनी पसंद के प्रेरक गीतों को सुनकर एनर्जी लेवल बढ़ाया और अच्छा प्रदर्शन किया।
संगीत सुनने का ऐसा असर एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के खोजकर्ताओं ने दो परीक्षणों द्वारा 18 फिटनेस शौक़ीनों के प्रदर्शन पर होते देखा।
एक परीक्षण में नौ फिटनेस लवर्स के समूह पर उच्च तीव्रता की दौड़ और कम तीव्रता वाली जॉगिंग तथा दूसरे समूह के नौ प्रशिक्षित धावकों पर 5 किमी के अभ्यास के दौरान पड़ने वाले प्रभावों को देखा गया।
- Advertisement -
एक्सरसाइज से पहले सभी ने 30 मिनट का मानसिक रूप से थका देने वाला कंप्यूटर आधारित एक टेस्ट दिया।
कुशल धावकों का परीक्षण उनके द्वारा चुने प्रेरक संगीत को सुनते हुए या उसके बिना किया गया।
खोजकर्ताओं ने पाया कि मानसिक रूप से थके हुए फिटनेस शौकीनों की दौड़ने और चलने की क्षमता संगीत सुनने पर थोड़ी बढ़ी हुई थी। यह क्षमता टेस्ट देने से पहले उनके मानसिक रूप से तरोताजा रहने जितनी ही थी।
उधर धावकों के पांच किमी का अभ्यास परीक्षण भी प्रेरक संगीत सुनने के बाद थोड़ा उन्नत दर्ज किया गया।
ऐसे में खोजकर्ताओं का कहना था कि प्रदर्शन पर दिखने वाले संगीत के सकारात्मक प्रभाव संभवतः धुनों को सुनते समय उनके प्रयास करने की बदलती धारणा से जुड़े हो सकते है।
- Advertisement -
निष्कर्ष बताते है कि मानसिक रूप से थकावट महसूस होने के बाद भी पसंदीदा प्रेरक संगीत सुनने से इंसान अपनी कार्य क्षमता और प्रदर्शन में सुधार ला सकते है।
मानसिक थकान भले ही जीवन की एक सामान्य घटना हो, लेकिन इससे एक्सरसाइज सहित कई दैनिक गतिविधियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ऐसे नकारात्मक प्रभाव कम करने के लिए सुरक्षित और प्रभावी तरीके खोजना मददगार साबित हो सकते है।
मानसिक थकावट के बावजूद संगीत सुनने से प्रदर्शन पर होने वाले प्रभाव की जांच करने वाला यह पहला अध्ययन जर्नल ऑफ़ ह्यूमन स्पोर्ट एंड एक्सरसाइज में प्रकाशित हुआ