50 की उम्र में भी अगर आप दिल और दिमाग को स्वस्थ रखना चाहते है तो एक्सरसाइज (Exercise) जरूर कीजिए।
यह सलाह है यूएस की ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स की।
हालांकि यह जानते हुए भी कि हृदय रोग (Heart Disease), डायबिटीज (Diabetes) और भूलने जैसी पुरानी बीमारियों को दूर करने में एक्टिव रहना सबसे प्रभावी और सस्ता इलाज है, आंकड़े बताते है कि इस उम्र में आकर लोग अपेक्षाकृत कम चलते-फिरते है।
ऐसे में यूनिवर्सिटी एक्सपर्ट्स ने 50 की उम्र या ज्यादा के इंसानों की फिजिकल एक्टिविटी (Physical Activity) रोकने वाले कारणों और उन कठिनाईयों को दूर करने वाले उपायों को ढूंढने का प्रयास किया।
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इस कार्य में सबसे बड़ी बाधा पर्याप्त समय नहीं होना बताया गया।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस उम्र के इंसानों को कई तरह की भूमिका निभानी पड़ती है। काम पर जाना, बच्चों की परवरिश करना और कभी-कभी अपने बूढ़े माता-पिता की देखभाल करना ऐसे कुछ प्रमुख कार्य है।
इनके अतिरिक्त, कुछ पर समुदाय विशेष से जुड़ी जिम्मेदारियां भी हो सकती है।
ये सभी जिम्मेदारियां एक्सरसाइज करने में एक और बाधा का निर्माण करती है और वो है – थकान।
जब समय या एनर्जी ही ना हो तो किसी के लिए भी एक्सरसाइज करना संभव नहीं हो पाता ।
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इस पर एक्सपर्ट्स का कहना था कि ये बाधाएं मुश्किल हो सकती है, लेकिन असंभव नहीं है। इनसे पार पाने के लिए प्लानिंग की ज्यादा जरूरत होती है।
इसलिए, एक्सपर्ट्स एक्सरसाइज को भी अन्य कामों के समय की तरह व्यवस्थित करने की सलाह देते है।
अगर कोई इंसान मीटिंग की तरह अपनी एक्टिविटी का भी दिन और समय निश्चित कर दे तो वह आराम से टहलने, जिम, स्विमिंग या साइकिल चलाने जा सकता है। ऐसा हर रोज न होकर हफ्ते में दो या तीन दिन करना संभव है।
इसके अलावा, परिवार या दोस्तों को भी इन सभी गतिविधियों में शामिल कर स्वस्थ रहने की दिशा में एक प्रयास किया जा सकता है, ऐसी एक्सपर्ट्स की राय है।
कोशिश करें कि हर पल एक्टिव रहें। लिफ्ट के बजाय सीढ़ियाँ चढ़ें। बैठने की बजाए टहलते हुए बातें करें। कार में बाजार जाने की अपेक्षा पैदल जाकर सामान ले आएं। खासकर जो लोग बिल्कुल भी सक्रिय नहीं है, वे धीरे-धीरे शुरू कर सकते है।
बस, शरीर को हिलाना-डुलाना जरूरी है। यहां तक कि जिम जाना या खास तरह के उपकरण चलाने की भी जरूरत नहीं है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, नियमित रूप से थोड़ी देर के लिए चलना ही लाभकारी है। बस, एक आदत स्थापित करने की आवश्यकता है।
एक्सरसाइज के लाभ बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन लोग यह एक्टिविटी करते हैं, वे न केवल बेहतर महसूस करते है बल्कि उन्हें नींद भी अच्छी आती है।
अध्ययन बताते है कि दिल और दिमाग के स्वास्थ्य पर इंसानों का पूर्ण नियंत्रण होता है। नियमित एक्सरसाइज और स्वस्थ आहार से इन्हें आजीवन सेहतमंद रखा जा सकता है।
भले ही एक-दो दिन में हम हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम नहीं कर सकते, लेकिन नियमित और अच्छी एक्सरसाइज से ऐसी समस्याओं को निश्चित रूप से नियंत्रित किया जा सकता है, ऐसा एक्सपर्ट्स ने विश्वास जताया।