प्रतिदिन कड़ी एक्सरसाइज (Strenuous Exercise) करना न तो आपके शरीर के लिए अच्छा है और न ही दिमाग के लिए, ये कहना है शेफ़ील्ड यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स का।
उनकी चेतावनी है कि लगातार ज़ोरदार एक्सरसाइज करते रहने से कुछ इंसानों में मोटर न्यूरॉन रोग (Motor Neurone Disease – MND) विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
मोटर न्यूरॉन रोग (एमएनडी) मस्तिष्क और रीढ़ की नसों (Nerves) को प्रभावित करता है।
इससे नर्वस सिस्टम असंतुलित होकर चलने, बात करने, हाथों, पैरों का उपयोग करने, खाने और सांस लेने की क्षमता पर नियंत्रण खो देता है।
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गौरतलब है कि अभी तक इस बीमारी का कोई ठोस इलाज नहीं है।
ईबायोमेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित यूनिवर्सिटी एक्सपर्ट्स के निष्कर्ष, ज्यादा कड़ी एक्सरसाइज और ऐसी बीमारी के बीच एक सीधा संबंध बताते है।
हाल के वर्षों में दुनिया भर के कई पेशेवर खिलाड़ियों ने एमएनडी होने के अनुभवों को साझा किया है।
पिछले शोधों ने भी सामान्य आबादी की तुलना में पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ियों में एमएनडी के जोखिम में छह गुना वृद्धि की सूचना दी है।
इसलिए वैज्ञानिकों को संदेह है कि एक्सरसाइज ही एमएनडी के जोखिम को विकसित करती है। हालांकि, इस धारणा को लेकर मतभेद रहा है।
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ऐसे में यूके की यूनिवर्सिटी का यह अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है कि कुछ लोगों में लगातार कड़ी एक्सरसाइज करने से एमएनडी का खतरा बढ़ जाता है।
अध्ययन के दौरान, एक्सपर्ट्स को पता चला कि एमएनडी के लगभग 10 प्रतिशत मामले इंसानों को विरासत में मिले, लेकिन शेष 90 प्रतिशत जटिल आनुवंशिक और पर्यावरणीय प्रभावों के कारण हुए, जिन्हें अच्छी तरह से समझा नहीं गया।
इसलिए एक्सपर्ट्स अब उन व्यक्तियों के बारे में जानने को प्रयासरत है जिन्हें एमएनडी का जोखिम है और कितनी एक्सरसाइज उस जोखिम को बढ़ा सकती है।
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