Weight Loss Tips: अक्सर हम सोचते है कि वजन घटाने (Weight Loss) वाले ऐसा क्या खा लेते है, जो उनका वजन फिर से बढ़ना (Weight Gain) शुरू हो जाता है?
इस उलझन को सुलझाने का दावा किया है सिडनी यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने।
उनके नए शोध में देखा गया कि मैदे से बने नरम सफेद ब्रेड और छिलका उतरा जैसमीन चावल (चावल की एक किस्म) जैसे खाद्य पदार्थों के सेवन से वजन घटने के बाद अधिक बढ़ा।
ऐसे खाद्य पदार्थों ने ब्लड ग्लूकोज़ (Blood Glucose) को भी अधिक करते हुए टाइप 2 डायबिटीज की संभावना बढ़ा दी।
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विशेषज्ञों ने ब्रेड, आलू और चावल जैसे खाद्य पदार्थों के उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स (High Glycemic Index) को वजन घटाने में बाधा माना।
बता दें कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) द्वारा किसी विशिष्ट खाद्य पदार्थ से ब्लड ग्लूकोज़ बढ़ने को मापा जाता है। किसी भोजन का जीआई जितना कम होगा, ब्लड ग्लूकोज़ का स्तर भी उतना ही कम प्रभावित होगा।
शोध से पता चला कि कम जीआई आहार (Low GI Diet) खाने वालों की तुलना में वजन घटाने वालों ने उच्च जीआई आहार (High GI Diet) खाते रहने से प्रति वर्ष आधा किलो अधिक वजन बढ़ाया।
यह सर्वविदित तथ्य है कि तेजी से वजन घटाने के बाद वजन बढ़ना एक आम समस्या है।
इसलिए विशेषज्ञों ने बेहतर वजन नियंत्रण और ब्लड ग्लूकोज़ के लिए फाइबर और साबुत अनाज युक्त कम जीआई आहार लेने की सलाह दी।
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इससे टाइप 2 डायबिटीज, धमनियों का सख्त होना और गठिया जैसी स्थिति विकसित होने का खतरा भी कम होगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में तेजी से विकसित होती डायबिटीज से साल 2019 में अनुमानित 15 लाख मौतें हुई।
गलत आहार ने कैसे वजन घटाने के बाद दोबारा बढ़ाना शुरू किया, इसे देखने के लिए विशेषज्ञों ने टाइप 2 डायबिटीज होने के खतरे से जूझते अधिक वजन या मोटापे वाले 2,000 से अधिक इंसानों पर हुए एक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के आंकड़े जांचे।
अध्ययन के पहले चरण में, सभी शामिल इंसानों ने तेजी से वजन घटाया था।
दूसरे चरण में, विशेषज्ञों ने उन्हें उच्च प्रोटीन-कम जीआई आहार और मध्यम प्रोटीन-मध्यम जीआई आहार लेने वाले समूहों में रखा।
प्रत्येक समूह ने तेज या मध्यम श्रेणी की एक्सरसाइज भी की थी।
हालांकि, अपने सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, सभी ने अपना घटाया हुआ वजन कुछ हद तक फिर से बढ़ा लिया।
लेकिन कम जीआई आहार खाने वालों का वजन दूसरों के मुकाबले कम बढ़ा।
शोध के परिणाम प्रतिष्ठित जर्नल डायबिटीज केयर में प्रकाशित किए गए थे।
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