Strength Training for Bone Health: पुरुषों की हड्डियां नियमित रूप से वजन उठाने और उछलने-कूदने की एक्सरसाइज करने से उम्र बढ़ने पर भी मजबूत बनी रहती है।
यह जानकारी फ़िनलैंड की एक यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने अपनी रिसर्च के बाद प्रकाशित की।
10 वर्षों तक स्प्रिंट के मध्यम आयु वाले और वृद्ध पुरुष खिलाड़ियों की टांग की हड्डी का निरीक्षण करने के बाद ऐसा पता चला।
रिसर्च ने बढ़ती उम्र के बावजूद हड्डियों को कमजोर होने से रोकने और स्वस्थ बनाए रखने में नियमित वजन उठाने की एक्सरसाइज के महत्व पर नवीन निष्कर्ष प्रस्तुत किए।
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विशेषज्ञों के अनुसार, उम्र से संबंधित हड्डियों का कमजोर होना शारीरिक गतिविधियों के घटने से भी संभव है। विशेष रूप से वेट ट्रेनिंग का उम्र के साथ कम हो जाने से।
कड़ी वेट ट्रेनिंग, स्प्रिंट और छलांग लगाने के अभ्यास करते रहने से बुढ़ापे में भी हड्डियों पर लाभकारी प्रभाव पड़ना मुमकिन है।
इसके लिए विशेषज्ञों ने 40 से 85 वर्ष की आयु के कुल 69 खिलाड़ियों को कड़ी एक्सरसाइज और स्प्रिंट ट्रेनिंग करने वाले तथा हल्के वजन से एक्सरसाइज करने वाले ग्रुप में बांटा।
10 वर्षों के बाद उनकी टांग की हड्डी की जांच की गई।
रिसर्च में देखा गया कि नियमित तौर पर ताकत और स्प्रिंट प्रशिक्षण करने वाले खिलाड़ियों ने हड्डी की मजबूती को बेहतर रखा।
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दूसरी ओर, ट्रेनिंग की कठोरता कम करने वाले खिलाड़ियों की हड्डी कमजोर पड़ चुकी थी।
विशेषज्ञों का कहना था कि भले ही खिलाड़ियों जैसी कठोर ट्रेनिंग सभी उम्रदराज लोगों के लिए संभव नहीं है, तो भी हड्डियों की मजबूती के लिए हर उम्र में वेट ट्रेनिंग करनी चाहिए।
खासकर बुजुर्गों के लिए वेट ट्रेनिंग, मांसपेशियों की ताकत और गिरने से होने वाले फ्रैक्चर को रोकने में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।