अब आप घर बैठे ही कोरोना (COVID-19) संक्रमण की गंभीरता का पता लगा सकते है।
अमेरिकन वैज्ञानिकों ने ऐसे दो लक्षणों के बारे में जानकारी दी है जो आसानी से संक्रमण की गंभीरता और मौत होने की संभावना बता सकते है।
अस्पताल में भर्ती दो हजार के लगभग COVID-19 रोगियों की जांच से उन्हें पता चला कि सांस लेने और खून में ऑक्सीजन की मात्रा (Blood-Oxygen Saturation) के स्तर से ही जीवन या मौत की स्पष्ट भविष्यवाणी की जा सकती है।
इन लक्षणों को कोरोना पॉजिटिव घर पर ही आसानी से देख सकते है।
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वैज्ञानिकों ने सांस लेने में परेशानी और सीने में लगातार दर्द या दबाव जैसे अस्पताल में तुरंत भर्ती होने वाले लक्षणों के अभाव में भी सांस लेने और खून में ऑक्सीजन का खतरनाक स्तर पर पहुंचना संभव बताया।
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन से जुड़े वैज्ञानिकों को ये लक्षण COVID-19 के अधिकांश रोगियों के अनुभव से पता चले।
जांच से मिलें नतीजे इन्फ्लुएंजा एंड अदर रेस्पिरेटरी वायरस नामक पत्रिका में प्रकाशित किए गए, जो बताते है कि कुछ संक्रमित मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने तक उनके बचने के मौके खत्म हो चुके होते है।
जांच में सामान्य रक्त ऑक्सीजन के साथ भर्ती किए गए लोगों की तुलना में, कम रक्त ऑक्सीजन (Hypoxemic) स्तर वालों में मृत्यु दर 1.8 से 4.0 गुना अधिक थी।
इसी तरह, सामान्य सांस लेने (Respiratory Rates) वाले रोगियों की तुलना में, तेजी से उखड़ी हुई सांस (Tachypnea) लेने वालों में मृत्यु दर 1.9 से 3.2 गुना अधिक थी।
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इसके विपरीत, अस्पातल में भर्ती के समय बुखार, खांसी, हृदय गति और ब्लड प्रेशर वाले संक्रमित मरीजों को मौत का खतरा नहीं था।
वैज्ञानिकों की सलाह थी कि विशेष रूप से बुजुर्ग या मोटापे से ग्रस्त कोरोना पॉजिटिव मरीजों को पल्स ऑक्सीमीटर रखना चाहिए और खून में ऑक्सीजन 92 फीसदी से कम नहीं होने देनी चाहिए। ऐसी स्थिति में उनका बचना मुश्किल हो सकता है।
साथ ही, अगर वो एक मिनट में सिर्फ 23 बार ही सांस ले पा रहे है तो भी तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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