यदि परिवार में पूर्णता शाकाहारी भोजन को प्राथमिकता दी जाती है तो सदस्यों, विशेषकर बच्चों में, विटामिन डी, ए और प्रोटीन का स्तर कम हो सकता है।
फिनलैंड की हेलसिंकी विश्वविद्यालय के एक अध्ययन से पता चला है कि पूरी तरह से शाकाहारी आहार पर निर्भर रहने वाले परिवारों के बच्चों में विटामिन डी के सप्लीमेंट देने के बावजूद उनके शरीर में इस विटामिन का स्तर, सर्वाहारी बच्चों की तुलना में, कम पाया गया।
यहीं नहीं, उनका विटामिन ए का स्तर भी काफी कम था।
‘ईएमबीओ मॉलिक्यूलर मेडिसिन’ पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए, शोध दल ने 40 स्वस्थ बच्चों के पोषण और मेटाबॉलिज्म का व्यापक रूप से अध्ययन किया।
- Advertisement -
बच्चे अपने परिवारों की पसंद के अनुसार पूर्ण शाकाहारी, शाकाहारी या सर्वभक्षी आहार ले रहे थे।
शोधकर्ताओं ने पाया कि शाकाहारी बच्चों में एलडीएल, एचडीएल कोलेस्ट्रॉल, आवश्यक अमीनो एसिड और मांस एवं मछली से मिलने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड तो कम थे, मगर फोलेट का स्तर ज्यादा था।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पेरेंट्स को बच्चों के विटामिन डी के अलावा, विभिन्न स्रोतों से प्राप्त विटामिन ए और प्रोटीन के पर्याप्त सेवन पर भी ध्यान देना चाहिए।
पूर्ण शाकाहारी आहार चुनने के पीछे उद्देश्य भले ही नैतिक, स्वास्थ्य संबंधी और पशु-आधारित उत्पादों से बचना हो लेकिन ऐसे आहार में विटामिन बी 12, विटामिन डी, आयोडीन, कैल्शियम, विटामिन बी2, आयरन और जिंक की कमी हो सकती है।
इस कारण डॉक्टर और न्यूट्रीशन एक्सपर्ट ऐसे परिवार के बच्चों और बड़ों को अक्सर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह भी देते है।