हवा से संक्रमित करने वाले वायरस और बीमारी फैलाने वाले सूक्ष्मजीवों से बचाने के लिए अब भारत में भी विदेशों की तरह फेस मास्क उपलब्ध रहेंगे।
हाल ही में ब्रीद ईजी लैब ने भारतीय बाजार में Karbon फेस मास्क लांच किया।
कंपनी के अनुसार, यह फेस मास्क स्वयं को कीटाणुरहित करने वाला, वायरस और बैक्टीरिया को मारने वाला, धोने योग्य और पुन: इस्तेमाल करने लायक है।
कंपनी का कहना है कि भारत में ही बना Karbon मास्क अमेरिका और यूरोप से प्राप्त सामग्री का उपयोग करके डिजाइन किया गया है।
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Karbon फेस मास्क को NIOSH (द नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ) द्वारा परीक्षण किया गया है। यह फेस मास्क बायोटेक्नोलॉजी आधारित पेटेंट फैब्रिक से बनाया गया है।
कंपनी का दावा है कि यह फैब्रिक हवा से फैलने वाले रोगजनक वायरस, बैक्टीरिया, कीड़ों आदि के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।
क्या खसियत है Karbon मास्क की
- सभी N95 और अन्य सुरक्षात्मक मास्क रोगाणुओं के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए फिल्ट्रेशन मैकेनिज्म पर काम करते है लेकिन Karbon फेस मास्क में एक आंतरिक परत है जो रोगाणुरोधी गुणों के साथ उच्च ग्रेड फाइबर से बना है, जो वायरस और रोगजनकों के संपर्क में आने पर उन्हें बेअसर करता है।
- कंपनी का दावा है कि Karbon मास्क N95 मास्क से बेहतर है और 95 प्रतिशत अधिक सुरक्षा देता है। N95 भले ही हवाई संक्रमण और घातक वायरस से बचाता है लेकिन इसका इस्तेमाल दुबारा नहीं किया जा सकता।
- Karbon फेस मास्क एयरबोर्न संक्रमणों के खिलाफ एक स्थायी, व्यापक और इकोनोमिकल विकल्प है।
- इसकी पहली परत वायरस के सम्पर्क में आने पर इसके प्रभाव को कम करती है जबकि दो फैब्रिक से बनी दूसरी परत माइक्रोबियल संक्रमण से बचाती है और दोबारा संक्रमण की संभावना को कम करती है।
- तीसरी (आंतरिक) परत सुपीरियर ग्रेड बायो-यार्न से बनी है जो लंबी अवधि के लिए एयरबोर्न वायुप्रदूषक के खिलाफ अधिकतम सुरक्षा देती है।
- Karbon फेस मास्क में लगा मेटीरियल नॉन-टॉक्सिक है जो त्वचा को इसके मॉइस्चराइजिंग गुणों के साथ सुरक्षा देता है, जिससे यह दैनिक उपयोग के लिए एकदम परफेक्ट है।