यूएस रिसर्चर्स की टीम ने अखरोट (Walnut) सेवन के नए स्वास्थ्य लाभ बताए है।
एक क्लिनिकल ट्रायल में उन्होंने अखरोट खाने से कैंसरकारक सूजन में सुधार और कोलन कैंसर का खतरा कम पाया है।
यह चमत्कार अखरोट के पॉलीफेनॉल्स, एलागिटैनिन (Ellagitannins) के सूजन और कैंसररोधी गुणों से संभव मिला है।
पेट के बैक्टीरिया एलागिटैनिन द्वारा यूरोलिथिन (Urolithins) नामक सूजनरोधी अणुओं की एक विशाल श्रृंखला बनाते है।
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अत्यंत शक्तिशाली सूजनरोधी गुणों से भरपूर यूरोलिथिन कैंसर रोकथाम में समर्थ जाने गए है।
उपरोक्त ट्रायल के लिए टीम ने कोलन कैंसर के उच्च जोखिम वाले 40 से 65 वर्षीय रोगियों को भर्ती किया था।
गहन जांच के बाद, उन 39 रोगियों को एक सप्ताह तक एलागिटैनिन युक्त खान-पान से दूर रखा गया।
इस प्रयास द्वारा सटीक नतीजों के लिए उनके यूरोलिथिन स्तर को शून्य करना था।
तत्पश्चात रोगियों को आहार में एलागिटैनिन युक्त अखरोट का सेवन शुरू करने की अनुमति दी गई।
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तीन सप्ताह के बाद, सभी रोगियों की नवीनतम तकनीक से लैस कोलोनोस्कोपी की गई।
टीम ने रोगियों के मूत्र में ऊंचा यूरोलिथिन के अलावा कोलोरेक्टल कैंसर रोकने से जुड़ा एक प्रोटीन भी पाया।
अखरोट खाने से आंत माइक्रोबायोम द्वारा यूरोलिथिन बनाने के बाद, रोगियों के खून में सूजन कम हुई।
यह विशेष स्वास्थ्य लाभ मोटापा ग्रस्त रोगियों में सबसे ज्यादा पाया गया।
अखरोट सेवन के बाद यूरोलिथिन ए की अधिकता वालों के पॉलीप्स (गांठ) में मौजूद कई महत्वपूर्ण प्रोटीनों में कमी देखी गई।
इससे पहली बार पता चला कि अखरोट का सेवन सीधे कोलन स्वास्थ्य को कैसे बढ़ा सकता है।
इसकेअलावा, कोलन कैंसर के अधिक उन्नत रूपों से जुड़ा एक प्रोटीन भी रोगियों के पॉलीप्स में बहुत कम हो गया था।
टीम ने कहा कि अखरोट युक्त आहार यूरोलिथिन स्तर को बढ़ाकर कैंसरकारक सूजन को काफी हद तक घटा सकता है।
उन्होंने दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ के लिए सभी को रोजाना मुट्ठी भर अखरोट खाने की सलाह दी।
अधिक जानकारी Cancer Prevention Research जर्नल में छपी रिसर्च से मिल सकती है।
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