शारीरिक गतिविधि (Physical activity) बुजुर्गों के जीवनकाल को बढ़ा सकती है, ऐसा एक स्टडी का अनुमान है।
अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों की खोज में, शारीरिक गतिविधि की भूमिका बीमारियों की रोकथाम या कमी में अहम मिली है।
विशेषज्ञों ने बढ़ती उम्र में एक्सरसाइज (Exercise) करते रहने से निरोगी व जीवनकाल में वृद्धि संभव कही है।
नई स्टडी ने दुनिया भर में बुजुर्ग आबादी और जीवनकाल में वृद्धि होने की भी जानकारी दी है।
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हालाँकि, जीवनकाल बढ़ने के बावजूद कई रोगों में बढ़ोतरी और स्वस्थ वर्षों में गिरावट हुई है।
रोगों में बढ़ोतरी के चलते बढ़ती उम्र में शारीरिक गतिविधि करना मुश्किल होने लगता है।
इससे शरीर की हड्डियां और मासपेशियां कमज़ोर हो जाती है, जिससे बुजुर्गों को फ्रैक्चर का अधिक डर रहता है।
वृद्धावस्था में भी एक्टिव रहने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सहित जीवन की गुणवत्ता में सुधार संभव है।
कई बड़े अध्ययनों के विश्लेषण में, हर हफ़्ते 150 मिनट की एक्सरसाइज से बुजुर्गों को मौत का खतरा 31% कम मिला है।
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बढ़ती उम्र में भी अधिक शारीरिक गतिविधि 30 से ज़्यादा खतरनाक बीमारियों को रोकने या कम करने में मदद कर सकती है।
इनमें कोरोनरी आर्टरी, हार्ट फेलियर, डायबिटीज, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, ऑस्टियोपोरोसिस, डिप्रेशन, डिमेंशिया और कैंसर प्रमुख है।
एरोबिक, स्ट्रेंथ व बैलेंस एक्सरसाइज मांसपेशियों की ताकत और बेहतर संतुलन के ज़रिए गिरने से बचा सकती है।
हड्डियों और जोड़ों का स्वास्थ्य बेहतर होना पर ऑस्टियोआर्थराइटिस के कुछ लक्षणों में कमी शामिल है।
एक्सरसाइज करने से बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार हो सकता है।
स्टडी में डॉक्टरों से भी वृद्ध मरीजों को उनकी क्षमतानुसार शारीरिक गतिविधि के लिए प्रोत्साहित करने की सिफारिश की गई है।
शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय रहने वाले बुजुर्ग, संभावित रूप से अपने जीवन में कई वर्ष जोड़ सकते हैं।
अधिक जानकारी कनाडाई मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट से मिल सकती हैं।
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