ज़्यादा बैठना या सोना दिल को नुकसान पहुंचा सकता है, ऐसा एक स्टडी से पता चला है।
यूएस के डॉक्टरों की स्टडी ने स्वस्थ लोगों के दिल को भी घंटों बैठने से खतरा बताया है।
उन्होंने दिन में ज़्यादा देर आराम करने से दिल की बीमारियों और मौत में वृद्धि की आशंका जताई है।
कार्डियोलॉजिस्टों की यह स्टडी अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के एक हालिया सम्मलेन में पेश की गई थी।
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रोजाना 10 घंटे से अधिक बैठने वालों की भविष्य में हार्ट फेलियर सहित दिल के अन्य रोगों से मौत कही गई।
देर तक बैठने, लेटने या सुस्ताने से हफ्ते में पांच दिन 30 मिनट कसरत करने वालों को भी खतरा जाना गया।
नतीजों में, स्वस्थ दिल के लिए हर रोज साढ़े 10 घंटे बैठने में कमी और ज्यादा एक्टिव रहने की सलाह थी।
स्टडी में यूके बायोबैंक के 89,530 पुरुषों और महिलाओं के हेल्थ डाटा का विश्लेषण किया गया था।
62 वर्ष के उन इंसानों में हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक, एट्रियल फ़िब्रिलेशन एवं मौत की घटनाएं जानने के लिए आठ वर्षों तक नजर रखी गई।
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रोजाना साढ़े नौ घंटे बैठने वालों में हार्ट अटैक व एट्रियल फ़िब्रिलेशन का खतरा समय के साथ लगातार बढ़ता गया।
प्रतिदिन लगभग साढ़े 10 घंटे बैठने वालों में हार्ट फेलियर व दिल की बीमारी से मौत की संभावना अधिक थी।
हालांकि, बैठने के बावजूद हफ्ते में 150 मिनट या अधिक एक्सरसाइज करने वालों को हार्ट अटैक व एट्रियल फ़िब्रिलेशन का कम खतरा था।
लेकिन देर तक सुस्त बैठने या लेटने के से उनकी भी हार्ट फेलियर और दिल की अन्य बीमारी से मौत का डर था।
टीम ने रोजाना साढ़े 10 घंटे से अधिक बैठना या सोना दिल के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक बताया।
अत्यधिक बैठने के 30 मिनट को किसी भी शारीरिक गतिविधि से बदलने पर हृदय स्वास्थ्य जोखिम घट सकता है।
नतीजों की मानें तो हमें बेहतर स्वास्थ्य के लिए दिन भर एक्टिव रहने की अत्यंत आवश्यकता है।
और जानकारी जर्नल ऑफ़ अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ कार्डियोलॉजी में छपे आर्टिकल से मिल सकती है।
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