अभी तक High-Intensity Interval Training (HIIT) केवल खिलाड़ियों या स्वस्थ लोगों के लिए ही फायदेमंद मानी जाती थी।
लेकिन अब कनाडा की दो यूनिवर्सिटीज की साझा रिसर्च ने HIIT को स्ट्रोक (Stroke) से उबरने वालों के लिए भी लाभदायक बताया है।
रिसर्च में स्ट्रोक के बाद शरीर की एरोबिक फिटनेस (Cardiorespiratory Fitness) बेहतर बनाने में 19 मिनट की HIIT अन्य कसरत से ज्यादा प्रभावी मिली है।
हालांकि, स्ट्रोक से ठीक हुए मरीजों को कुशल एक्सपर्ट की देखरेख में ही HIIT करने की सलाह भी दी गई है।
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नतीजों में पता चला कि इस तरह की छोटी कसरत उनके संपूर्ण स्वास्थ्य और रिकवरी में काफी सुधार कर सकती है।
20-30 मिनट की साधारण एरोबिक कसरत की तुलना में HIIT से मरीजों की फिटनेस में दोगुना सुधार पाया गया।
फिटनेस में हुए बेहतर बदलाव से ठीक हो रहे मरीजों की जल्द मृत्यु और दोबारा स्ट्रोक से अस्पताल में भर्ती का खतरा कम था।
रिसर्च में स्ट्रोक मरीजों को हफ्ते में तीन दिन कुल 19 मिनट के लिए एक स्टेपर पर HIIT करवाई गई थी।
रिसर्चर्स ने एरोबिक फिटनेस के लिए स्टेपर का उपयोग ट्रेडमिल पर नहीं चल सकने वाले स्वस्थ लोगों के लिए भी फायदेमंद बताया।
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HIIT के मरीजों की फिटनेस, बीपी, चलने की गति और दूरी तय करने की क्षमता साधारण कसरत करने वालों से बेहतर मिली।
कुल मिलाकर, मैकगिल एवं मैकमास्टर यूनिवर्सिटीज रिसर्चर्स ने स्ट्रोक से उबरने के बाद एरोबिक फिटनेस सुधारने में HIIT को अन्य कसरतों से बेहतर बताया।
40 से 80 साल के 50 पुरुषों और 32 महिलाओं पर हुई यह रिसर्च, स्ट्रोक जर्नल में प्रकाशित हुई थी।
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