Fruits to reduce depression: 40 की उम्र में फलों का अधिक सेवन वृद्धावस्था में डिप्रेशन के कम लक्षणों से जुड़ा मिला है।
ताज़ा जानकारी 13,000 से अधिक इंसानों पर लगभग 20 वर्षों तक हुई एक बड़ी स्टडी से मिली है।
स्टडी नतीजों ने बढ़ती उम्र में डिप्रेशन से बचने के लिए खान-पान संबंधित एहतियात बरतने की सलाह दी है।
यह स्टडी सिंगापुर में रहने वाले 45 से 74 वर्षीय 13,738 चीनी लोगों के एक बड़े अध्ययन पर आधारित थी।
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शोधकर्ताओं ने सभी पर उनके मध्य-जीवन से लेकर बाद के जीवन (लगभग 20 वर्षों) तक नज़र बनाए रखी।
40 की आयु से अधिक फल खाने वालों को वृद्धावस्था में डिप्रेशन लक्षणों का कम अनुभव जाना गया।
सेब, केले, कीनू, संतरे, पपीता, तरबूज, और खरबूजा अधिक खाने वालों को डिप्रेशन की कम संभावना थी।
ऐसा संभवतः फलों के विटामिन सी, कैरोटीनॉयड एवं फ्लेवोनॉयड जैसे एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों से था।
ये सभी डिप्रेशन में वृद्धि करने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव और शारीरिक सूजन रोकने में कारगर माने गए।
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रोज़ाना फलों की कम से कम तीन सर्विंग खाने वालों में उम्र बढ़ने से संबंधित डिप्रेशन की संभावना 21% तक कम थी।
दूसरी ओर, सब्जियों के सेवन का डिप्रेशन के लक्षणों से कोई संबंध नहीं पाया गया।
कुल मिलाकर, 40 की आयु में फलों के अधिक सेवन से 65 के बाद मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रह सकता है।
इस बारे में और जानकारी जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन, हेल्थ एंड एजिंग में प्रकाशित रिपोर्ट से मिल सकती है।
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