Yoga for heart failure patients: एक हालिया स्टडी ने योग करने वाले हार्ट फेलियर के मरीज़ों को ज़्यादा एक्टिव और दिल स्वस्थ बताया है।
स्टडी में सांस, ध्यान और मन शांत रखने वाले योगासन करने से हार्ट फेलियर रोगियों की सेहत में सुधार मिला है।
यह स्टडी यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ईएससी) के एक वैज्ञानिक सम्मेलन में प्रस्तुत की गई थी।
स्टडी से जुड़े भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के डॉक्टर अजीत सिंह ने दवाओं व योगाभ्यास से मरीजों का स्वास्थ्य बेहतर बताया।
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डॉक्टर सिंह के मुताबिक, “सिर्फ़ दवाओं पर निर्भर रहने वाले हार्ट पेशेंट्स के मुकाबले योग करने वालों का दिल अधिक स्वस्थ जाना गया।”
उनके अनुसार, “निष्कर्ष बताते हैं दवाओं संग योग अपनाने से हार्ट फेलियर के रोगी जल्द ठीक हो सकते है।”
गौरतलब है कि विश्व स्तर पर हार्ट फेलियर की समस्या 64 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करती है।
पीड़ित मरीज़ों को थकान और सांस फूलने की दिक्कत होती है। इससे वे जीवन की सामान्य गतिविधियां करने में असमर्थ हो जाते हैं।
नई स्टडी में हार्ट फेलियर के 30 से 70 वर्षीय 85 भारतीय रोगी शामिल थे। इनमें 82% पुरुष थे।
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सभी हार्ट फेलियर की दवाएं ले रहे थे। हालाँकि, स्टडी में गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को नहीं लिया गया।
40 रोगियों ने दवाओं और योगाभ्यास, जबकि 45 रोगियों ने केवल दवाओं का सेवन जारी रखा।
योग समूह के रोगियों ने एक्सपर्ट्स की देख-रेख में प्राणायाम, ध्यान और मन शांत रखने वाले आसनों का अभ्यास किया।
सभी की एक सप्ताह तक निगरानी की गई। इसके बाद उन्हें हफ्ते में एक बार 50 मिनट के लिए घर पर ही योग करने की सलाह दी गई।
इस दौरान, योग करने वाले मरीज़ों ने अस्पताल के योग विभाग से लगातार संपर्क साधे रखा।
छह महीने और एक वर्ष में, इकोकार्डियोग्राफी द्वारा सभी मरीज़ों के दिल की सेहत का आकलन किया गया।
इस दौरान सभी का बीपी, हार्ट रेट, शारीरिक वज़न, चलना -फिरना और दिल की कार्यकुशलता को मापा गया।
केवल दवा समूह के मरीज़ों की तुलना में, योग समूह ने दिल की सेहत से जुड़े सभी आवश्यक मापों में बेहतर सुधार दिखाया।
डॉ. सिंह के अनुसार, “योग वाले मरीज़ों का दिल स्वस्थ था और वे केवल दवाएँ लेने वालों की तुलना में चलने, सीढ़ियाँ चढ़ने में अधिक सक्षम थे।”
हालाँकि, दवा ले रहे हार्ट फेलियर मरीजों को योग शुरू करने से पहले डॉक्टरी परामर्श और सही प्रशिक्षण की आवश्यकता कही गई है।
गंभीर लक्षणों वाले हार्ट फेलियर के रोगियों के लिए योग अनुपयुक्त हो सकता है। इसीलिए उन्हें स्टडी से बाहर रखा गया था।