बाज़ार में मिलने वाले जंक फ़ूड (Junk food diet) से इंसानों को कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा माना गया है।
इन समस्याओं में कैंसर, मोटापा, दिल के रोग, टाइप 2 डायबिटीज, डिप्रेशन और जल्दी मौत का खतरा प्रमुख है।
अब एक नई स्टडी के अनुसार, किशोरावस्था में जंक फूड खाने से याददाश्त (Memory) क्षमता लंबे समय तक घट सकती है।
यह चिंताजनक जानकारी दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने चूहों पर हुई एक रिसर्च के बाद दी है।
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ब्रेन, बिहेवियर और इम्युनिटी जर्नल में प्रकाशित उनकी यह खोज, आंत और मस्तिष्क जुड़ाव पर आधारित है।
खोज के अनुसार, किशोरावस्था में जंक फूड खाने के बुरे प्रभाव जवानी तक बने रह सकते है।
बता दें कि जंक फ़ूड में चीनी, चिकनाई, नमक आदि की मात्रा अधिक लेकिन फाइबर, विटामिन, खनिज, या अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व कम होते हैं।
बच्चों और युवाओं के प्यारे जंक फ़ूड में केक, बिस्कुट, चिप्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स और अन्य पैकेटबंद खाद्य पदार्थ शामिल है।
अरसे पहले हुई खोज में खराब आहार और अल्जाइमर रोग के बीच मजबूत संबंध दिखाया गया है।
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‘भूलने की बीमारी’ अल्जाइमर रोग से मस्तिष्क में एसिटाइलकोलाइन (acetylcholine) नामक न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर कम होता है।
यह प्राकृतिक केमिकल याददाश्त, सीखने, ध्यान, उत्तेजना और मांसपेशी के कई कार्यों के लिए आवश्यक कहा गया है।
वैज्ञानिक टीम ने जंक फ़ूड और याददाश्त के बीच संबंध के बारे में अधिक जानने के लिए कुछ चूहों को फैट-चीनी से भरा जंक फ़ूड खिलाया।
उनके विपरीत, प्रयोगशाला में रखे कुछ अन्य चूहों को सामान्य भोजन ही खिलाया गया।
सभी चूहों के दिमाग में एसिटाइलकोलाइन स्तर और याददाश्त परीक्षण द्वारा खाने का असर जांचा गया।
जंक फ़ूड खाने वाले चूहों को सामान्य भोजन खाने वाले चूहों की अपेक्षा कम वस्तुएँ याद रही।
रिसर्च के दूसरे दौर में, टीम ने जंक फूड पर पले चूहों की याददाश्त में गिरावट को एसिटाइलकोलाइन की दवा से ठीक करने की कोशिश की।
इस मामले में दो दवाओं, पीएनयू-282987 (PNU-282987) और कार्बाचोल (Carbachol) का उपयोग किया गया।
दोनों दवाओं ने सीधे मस्तिष्क के हिप्पोकैम्पस (Hippocampus) हिस्से पर सकारात्मक असर डालते हुए चूहों की याददाश्त क्षमता को बहाल कर दिया।
हमारे मस्तिष्क का यह क्षेत्र याददाश्त को नियंत्रित करता है लेकिन अल्जाइमर रोग होने पर कमज़ोर पड़ जाता है।
फ़िलहाल वैज्ञानिक टीम बिना दवाओं के ही किशोरावस्था में खाए गए जंक फूड से उपजी याददाश्त समस्याओं को रोकने की कोशिश कर रही है।