एक नई स्टडी से माइग्रेन (Migraine) जैसे असहनीय रोग को रोकने में मददगार नई दवा का पता चला है।
स्टडी में, मुंह से ली जाने वाली दवा एटोगेपेंट (Atogepant) माइग्रेन इलाज में सुरक्षित और प्रभावी मिली है।
इस विषय पर हुए नए परीक्षण परिणामों को डेनमार्क के रिसर्चर्स ने द लैंसेट में प्रकाशित किया है।
उन्होंने Atogepant दवा को कैल्सीटोनिन जीन-संबंधित पेप्टाइड रिसेप्टर विरोधी (CGRP) बताया है।
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CGRP एक ऐसा प्रोटीन है जो माइग्रेन प्रक्रिया शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Atogepant मस्तिष्क की ट्राइजेमिनल तंत्रिका (Trigeminal nerve) में CGRP रिसेप्टर कंट्रोल कर माइग्रेन रोकती है।
यह गंभीर माइग्रेन रोधी दवा AbbVie कंपनी द्वारा बनाई गया है, जिसे Qulipta नाम से बाज़ार में बेचा जाएगा।
Atogepant की प्रभावकारिता, सुरक्षा और सहनशीलता का मूल्यांकन एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा किया गया है।
फेज़ 3 तक चले परीक्षण में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, चीन सहित कई देशों के 778 माइग्रेन पीड़ित शामिल थे।
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उन 18 से 80 वर्षीय पीड़ितों को Atogepant की दिन में दो बार 30mg या एक बार 60mg की डोज़ दी गई थी।
Atogepant की दोनों डोज़ से माइग्रेन पीड़ितों को सिरदर्द या अन्य दिक़्क़तों में आराम पाया गया।
हालांकि, Atogepant के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हुए, जिनमें कब्ज और मतली की परेशानी आम थी।
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